आज आमने-सामने होंगे येदियुरप्पा-भारद्वाज
कर्नाटक में कई दिनों से चल रहे राजनीतिक उठापटक के बीच मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा और राज्यपाल एच.आर. भारद्वाज के बीच बुधवार को बेंगलुरू में मुलाकात होने वाली है। उल्लेखनीय है कि 13 मई को सुप्रीम...
कर्नाटक में कई दिनों से चल रहे राजनीतिक उठापटक के बीच मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा और राज्यपाल एच.आर. भारद्वाज के बीच बुधवार को बेंगलुरू में मुलाकात होने वाली है।
उल्लेखनीय है कि 13 मई को सुप्रीम कोर्ट ने 11 भाजपा और पांच निर्दलीय विधायकों को अयोग्य करार देने की अपील को खारिज करते हुए उनकी सदस्यता बहाल कर दी थी, जिसके बाद भारद्वाज ने केंद्र सरकार से राज्य में कथित तौर राष्ट्रपति शासन लागू करने की सिफारिश की थी।
इसके बाद से भाजपा भारद्वाज को हटाए जाने की मांग कर रही है। इस घटनाक्रम के बाद येदियुरप्पा और भारद्वाज की यह पहली मुलाकात होगी।
राष्ट्रपति के सामने अपने विधायकों की मंगलवार को परेड कराने के बाद बुधवार तड़के नई दिल्ली से प्रस्थान करते समय येदियुरप्पा ने कहा कि राज्यपाल महोदय ने अनुमति दे दी है। मैं समझता हूं कि हम तीन-चार मंत्री जाएंगे और उनसे मुलाकात करेंगे। और मैं उनसे अनुरोध करना चाहता हूं कि हमें लोकतांत्रिक तरीके से काम करने दें। अगले महीने की दूसरी तारीख से हमारा सत्र शुरू होगा। हम उनसे इसके लिए अनुमति मांगेंगे, ताकि अन्य कामकाज सुचारु रूप से चल सके।
राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष नितिन गडकरी ने कहा था कि उन्होंने राष्ट्रपति से भारद्वाज को वापस बुलाने का भी आग्रह किया है। गडकरी ने कर्नाटक में राष्ट्रपति शासन लागू करने की राज्यपाल की सिफारिश का जिक्र करते हुए कहा कि भारद्वाज की कार्रवाई असंवैधानिक है। गडकरी ने कहा कि येदियुरप्पा के पास 225 सदस्यीय विधानसभा में 122 विधायकों का समर्थन प्राप्त है।