सम्मान बचाने उतरेंगे डेयरडेविल्स
दो बार की सेमीफाइनलिस्ट दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम इस आईपीएल-4 में नॉकआउट की होड़ से बाहर हो चुकी है और अब उसकी कोशिश शेष दो मैचों में जीत दर्ज कर सम्मान बचाने की होगी। इसी लक्ष्य के साथ टीम रविवार को...
दो बार की सेमीफाइनलिस्ट दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम इस आईपीएल-4 में नॉकआउट की होड़ से बाहर हो चुकी है और अब उसकी कोशिश शेष दो मैचों में जीत दर्ज कर सम्मान बचाने की होगी। इसी लक्ष्य के साथ टीम रविवार को यहां किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ मैदान में उतरेगी।
दिल्ली की हालत पहले से ही खराब थी और नियमित कप्तान वीरेन्द्र सहवाग के कंधे की चोट के कारण टूर्नामेंट से हटने के बाद तो टीम पूरी तरह बेदम हो गई है और सिर्फ औपचारिकता के लिए खेल रही है। उसके 12 मैचों से आठ अंक हैं और वह फिलहाल नौवें स्थान पर काबिज है।
सहवाग की अनुपस्थिति में ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर जेम्स होप्स को दिल्ली का कप्तान बनाया गया है। होप्स की कप्तानी में टीम को पिछले मैच में चेन्नई सुपरकिंग्स के खिलाफ 18 रन से हार का सामना करना पड़ा था। हालांकि उस मैच में टीम के लिए यही राहत की बात रही कि इरफान पठान का बल्ला पहली बार रन उगलने में सफल रहा।
टूर्नामेंट की शुरुआत से ही दिल्ली की टीम को असंतुलित माना जा रहा था और यह बात सही साबित हुई। टीम की बल्लेबाजी पूरी तरह सहवाग पर निर्भर थी और उनके नाकाम होने की स्थिति में टीम को हार का सामना करना पड़ा। सहवाग ने टूर्नामेंट में सर्वाधिक 424 रन बनाकर टीम को अकेले दम पर कई मैचों में जीत दिलाई थी।
सहवाग के अलावा वेणुगोपाल राव ही ऐसे बल्लेबाज थे जिनके प्रदर्शन को संतोषजनक कहा जा सकता है। डेविड वॉर्नर ने टुकडों में अच्छा प्रदर्शन किया है लेकिन बाकी सभी बल्लेबाजों ने निराश किया है। टीम का सम्मान बचाने के लिए इन बल्लेबाजों से होप्स को अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद रहेगी।
दिल्ली के पास एक स्तरीय स्पिनर का न होना सबसे बड़ी कमजोरी है और सहवाग भी कई बार इस बात को रेखांकित कर चुके थे। पठान, अजित आगरकर और मोर्न मोर्कल जैसे गेंदबाज अपनी प्रतिष्ठा के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर पाए और नतीजा टीम नॉकआउट की दौड़ से बाहर हो गई। दो बार सेमीफाइनल में पहुंची टीम आज फिसड्डी टीमों में शामिल हो गई है।
दूसरी तरफ कोच्चि टस्कर्स केरल पर छह विकेट की शानदार जीत से उत्साहित किंग्स इलेवन पंजाब ने नॉकआउट में पहुंचने की अपनी संभावनाएं बरकरार रखी हैं। टीम के 11 मैचों से 10 अंक हैं और वह अंकतालिका में छठे स्थान पर है।
टीम यदि अपने शेष तीनों मैच जीत जाती है तो उसके नॉकआउट में पहुंचने की संभावना बन सकती है। हालांकि इसके लिए उसे और टीमों के परिणामों पर भी नजर रखनी होगी। अंकतालिका में अभी चेन्नई सुपरकिंग्स, मुंबई इंडियंस, रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर, कोलकाता नाइटराइडर्स और राजस्थान रॉयल्स की टीमें क्रमश: शीर्ष पांच स्थानों पर काबिज हैं।
पंजाब के लिए पाल वलथाटी ने शुरुआती मैचों में शानदार प्रदर्शन किया था लेकिन लगता है कि अब उनके बल्ले की धार कुंद हो गई है। पिछले कुछ मैचों से वह रन नहीं बना पा रहे हैं। लेकिन उनकी भरपाई करने के लिए टीम में शॉन मार्श, दिनेश कार्तिक और डेविड हस्सी मौजूद हैं। साथ ही कप्तान एडम गिलक्रिस्ट भी अपना दिन होने पर किसी भी गेंदबाजी क्रम की बखिया उधेड़ सकते हैं।
गेंदबाजी में पंजाब के पास प्रवीण कुमार, पीयूष चावला, रेयान हैरिस, भार्गव भट्ट और बिपुल शर्मा जैसे गेंदबाज हैं जो विपक्षी बल्लेबाजों को बांध सकते हैं। प्रवीण को वेस्टइंडीज के खिलाफ दौरे के लिए टीम इंडिया में चुना गया है जिससे उनका मनोबल बढ़ा होगा। यह पंजाब के लिए अच्छी बात हो सकती है।
धर्मशाला में पहाड़ियों के बीच बनाए गए खूबसूरत स्टेडियम में आईपीएल का यह पहला मैच है और इसे देखने के लिए यहां बड़ी संख्या में आम और खास दर्शकों के पहुंचने की संभावना है।