लव यू... मिस्टर कलाकार
कहानी: राजश्री परंपरा की यह फिल्म कला, प्रेम और बिजनेस के घुले-मिले परिवेश में रची गई है। फिल्म में एक कार्टूनिस्ट है साहिल रस्तोगी (तुषार कपूर) और उससे प्यार करती है एक मैनेजमेंट स्टूडेंट और बिजनेस...
कहानी: राजश्री परंपरा की यह फिल्म कला, प्रेम और बिजनेस के घुले-मिले परिवेश में रची गई है। फिल्म में एक कार्टूनिस्ट है साहिल रस्तोगी (तुषार कपूर) और उससे प्यार करती है एक मैनेजमेंट स्टूडेंट और बिजनेस घराने की इकलौती बेटी रितु (अमृता राव)। रितु के पिता देसराज दीवान (राम कपूर) का मानना है कि कलाकार जिम्मेदार और अच्छे पति साबित नहीं होते। वे साहिल के सामने शर्त रखते हैं कि हैं कि उसे तीन महीने के भीतर दीवान एंड कंपनी को मुनाफे की राह पर आगे ले जाना होगा। इस अग्निपरीक्षा में कलाकार का मन अपने प्रेम को पाने की चाह में जूझता है। कई बार दो प्रेमियों के असफल होने के मौके आते हैं, पर सूझबूझ, प्रेम की आस्था और इंसानियत के बल पर बिजनेस में भी कामयाबी मिल सकती है।
निर्देशन: इस फिल्म से डेब्यू कर रहे निर्देशक एस. मनस्वी ने बेहतरीन शुरुआत की है। उन्होंने कहीं भी चालू मसालों को फिल्म में ठूंसने का मोह नहीं किया।
अभिनय: तुषार कपूर ने संवेदनशील कलाकार के पात्र को हृदयस्पर्शी ढंग से निभाया है। अमृता राव ने भी अच्छा अभिनय किया है। प्रेम चोपड़ा पारखी बुजुर्ग की संक्षिप्त भूमिका में प्रभावी है।
गीत-संगीत: फिल्म का गीत संगीत राजश्री की और फिल्मों के मुकाबले कमजोर रह गया है। सरफिरा सा है दिल.. में ताजगी का एहसास है।
क्या है खास: इसमें सहजता से हवाई सपनों से उबर कर प्रेम को यथार्थ के धरातल पर जीने की प्रेरणा है।
क्या है बकवास : फिल्म का शीर्षक, जो और बेहतर होना चाहिए था।
पंचलाइन: फिल्म में पुरस्कार पाने के तत्त्व हैं। कला के प्रति प्रेम के साथ कमाई भी जरूरी है। यह बात काफी कलाकार फिल्म देख कर समझोंगे और समझना भी चाहिए।
सितारे: तुषार कपूर, अमृता राव, राम कपूर, प्रेम चोपड़ा आदि
निर्माता: कमल, राजकुमार, अजित, सूरज बड़जात्या
बैनर: राजश्री प्रोडक्शंस प्राइवेट लिमिटेड
निर्देशक : एस. मनस्वी
संगीत: संदेश शांडिल्य
गीत: मनोज ‘मुंतशिर’