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किसान-पुलिस संघर्ष: नोएडा, आगरा, अलीगढ़ में तनावपूर्ण शांति

किसानों और पुलिस के बीच पिछले दिनों हुए संघर्ष को लेकर सुर्खियों में आए उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्धनगर समेत कुछ पश्चिमी जिलों में स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने...

किसान-पुलिस संघर्ष: नोएडा, आगरा, अलीगढ़ में तनावपूर्ण शांति
एजेंसीTue, 10 May 2011 03:35 PM
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किसानों और पुलिस के बीच पिछले दिनों हुए संघर्ष को लेकर सुर्खियों में आए उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्धनगर समेत कुछ पश्चिमी जिलों में स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में है।

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि ग्रामीण-पुलिस संघर्ष से प्रभावित क्षेत्रों में स्थिति सामान्य और पूरी तरह नियंत्रण में है। ग्रेटर नोएडा के भट्टा पारसौल गांव में बड़े पैमाने पर सुरक्षा बल की तैनाती बरकरार है, जहां शनिवार को ग्रामीणों और पुलिस के बीच संघर्ष में दो पुलिसकर्मियों समेत चार लोग मारे गए थे।

उन्होंने बताया कि शनिवार को हुई वारदात के मामले में अब तक 22 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और नोएडा के दनकौर थाने में आठ मुकदमे दर्ज किये गए हैं। अधिकारी ने बताया ग्रामीणों को हिंसा के लिये उकसाने वाले मनवीर सिंह तेवतिया और उसके पांच इनामी साथियों को पकड़ने की कोशिशें की जा रही हैं।

उत्तर प्रदेश सरकार ने तेवतिया पर 50 हजार रुपए जबकि उसके साथियों प्रेमवीर और नीरज मलिक पर 15-15 हजार तथा गजे सिंह, किरनपाल और मनोज पर 10-10 हजार रुपए का इनाम घोषित किया है। क्षेत्र में पुलिस तथा पीएसी के जवानों के अलावा दो कम्पनी रैपिड एक्शन फोर्स तैनात की गई है।

पुलिस महानिरीक्षक ए पी माहेश्वरी ने बताया था नोएडा, आगरा और अलीगढ़ के प्रभावित इलाकों में पूरी तरह शांति है और कहीं से किसी अप्रिय घटना की कोई खबर नहीं है।

गौरतलब है कि गत शनिवार को ग्रेटर नोएडा के भट्टा-पारसौल गांवों में बंधक बनाए गए तीन रोडवेज कर्मियों को मुक्त कराने गए पुलिस दल और ग्रामीणों के बीच हुई हिंसा और गोलीबारी में दो पुलिसकर्मियों समेत चार लोगों की मौत हो गई थी, जबकि जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक समेत कई लोग घायल हो गए थे।

इस बीच, आगरा में हिंसा के वीडियो फुटेज की मदद से पुलिस ने उपद्रवियों की पहचान कर उनके पोस्टर जारी किये हैं।

आगरा के पुलिस उप महानिरीक्षक असीम अरुण ने बताया कि हमने उपद्रव करने वाले 24 लोगों के पोस्टर जारी किये हैं, जिन्हें गांव में जगह-जगह चस्पा किया जा रहा है। उनमें से 15 को ग्रामीणों ने पहचान लिया है।

उन्होंने बताया कि पुलिस तथा प्रशासनिक अधिकारियों ने कल चलेसर गांव में स्थानीय निवासियों के साथ बैठक की।

अरुण ने बताया आगरा में हुई घटना के सिलसिले में कुल चार मामले दर्ज कराए गए हैं, जिनमें 24 लोग नामजद हैं। हालांकि हम गहराई से जांच कर रहे हैं क्योंकि कुछ ग्रामीणों ने नामजदगी को लेकर आपत्ति की है।

उधर, शनिवार को भट्टा पारसौल गांवों में हुई हिंसा के बाद इस मुद्दे को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ गई हैं। सपा नेता शिवपाल सिंह यादव और मोहन सिंह तथा भाजपा के पूर्व अध्यक्ष राजनाथ सिंह को कल घटनास्थल पर जाने की कोशिश करने पर हिरासत में ले लिया गया।

भट्टा पारसौल गांव जाने का प्रयास करते वक्त रविवार को हिरासत में लिये गए राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष अजित सिंह ने इस कांड की जांच के लिये पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बाबा हरदेव सिंह की अगुवाई में पांच सदस्यीय दल गठित किया है।

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