फोटो गैलरी

Hindi Newsराजस्थान को लपेटेगा गेल का चक्रवात

राजस्थान को लपेटेगा गेल का चक्रवात

आतिशी ओपनर क्रिस गेल के चक्रवाती फॉर्म की बदौलत लगातार पांच जीत से उत्साहित बेंगलोर रॉयल चैलेंजर्स टीम यहां बुधवार को पूर्व चैंपियन राजस्थान रॉयल्स को उसी के मैदान पर हराकर आईपीएल-4 के प्लेऑफ मुकाबले...

राजस्थान को लपेटेगा गेल का चक्रवात
एजेंसीTue, 10 May 2011 01:54 PM
ऐप पर पढ़ें

आतिशी ओपनर क्रिस गेल के चक्रवाती फॉर्म की बदौलत लगातार पांच जीत से उत्साहित बेंगलोर रॉयल चैलेंजर्स टीम यहां बुधवार को पूर्व चैंपियन राजस्थान रॉयल्स को उसी के मैदान पर हराकर आईपीएल-4 के प्लेऑफ मुकाबले में अपनी जगह पक्का करने के लक्ष्य के साथ उतरेगी।

अब तक 10 मैचों से 13 अंक हासिलकर अंकतालिका में चौथे स्थान पर काबिज बेंगलोर हर हाल में प्ले ऑफ की ओर बढ़ना चाहेगी वहीं जीत की हैट्रिक के बाद लगातार दो हार झेल चुकी मेजबान टीम पर भी जीत के लिए बेहिसाब दबाव होगा। कप्तान शेन वॉर्न के आईपीएल से संन्यास की घोषणा के बाद उनके साथी खिलाड़ियों पर एक मनोवैज्ञानिक दबाव बन गया है कि वे कम से कम खिताबी मुकाबले तक पहुंचकर उन्हें सम्मानजनक विदाई दें।
 
जबसे गेल बेंगलोर टीम से जुडे हैं, उसके सामने कोई टिका नहीं है। कोलकाता और दिल्ली को उसी के मैदान पर कुचलने के बाद घरेलू विकेट पर पुणे, पंजाब और कोच्चि को रौंदने से टीम का मनोबल सातवें आसमान पर है।
 
हर मैच में गेल ने गेंदबाजों का कत्लेआम किया है और जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम के विकेट में बदलाव के बाद ऐसी आशंकाएं बढ़ गई हैं कि कहीं वह आईपीएल के सबसे मजबूत गेंदबाजी आक्रमण की भी न बखिया उधेड़ डालें। वह अब तक मात्र पांच मैचों में 31 चौकों और 26 छक्कों की मदद से 328 रन ठोंक चुके हैं और इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 205.00 रहा है।
 
चेन्नई के खिलाफ पिछला मैच छोड़ दें तो अब तक वॉर्न एंड कंपनी ने शानदार गेंदबाजी की है और घरेलू मैदान पर उनका प्रदर्शन ज्यादा ही धांसू रहा है लेकिन अब नए तरह के विकेट पर गेल एंड कंपनी को रोकना उनके लिए आसान नहीं होगा। वैसे राजस्थान को अगर प्लेऑफ में जगह बनान है तो उसके लिए मुकाबला करो या मरो का होगा। इस कारण वॉर्न अपनी तरफ से कोई कोर कसर नहीं छोडेंगे।

राजस्थान के 11 मैचों से आठ अंक हैं और प्लेऑफ में पहुंचने के लिए उसे कम से कम आगामी दो मुकाबले जीतने ही होंगे। इसके लिए टीम को मनोवैज्ञानिक रूप से मजबूती दिखानी होगी और एकजुट होकर खेलना होगा। उसकी बल्लेबाजी अब तक बड़ा कमाल नहीं कर सकी है इसलिए गेंदबाजों को तो अपना शत प्रतिशत योगदान करना ही होगा।

वैसे टूर्नामेंट में तीन ही टीमें राजस्थान को हरा सकी हैं। कोलकाता और चेन्नई ने लगातार दो-दो बार उसे हारने पर मजबूर किया जबकि किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ मोहाली में उसे हारना पड़ा था। इस तरह घरेलू मैदान पर उसने केवल दो मैच हारे हैं। यह तथ्य राजस्थान के रणबांकुडों का जोश बढ़ा सकता है लेकिन बेंगलूरु के तूफान को थामने के लिए उसे होश भी संभाले रखना होगा।

बेंगलूर के लिए बड़ी समस्या गेल का जोड़ीदार ढूंढने की होगी। अब तक श्रीलंकाई बल्लेबाज तिलकरत्ने दिलशान के साथ मिलकर वह धूम धड़ाका करते आए हैं। दोनों की जुगलबंदी देखते बनती थी। लेकिन इंग्लैंड दौरे के लिए दिलशान के रवाना होने से अब गेल को नए पार्टनर के साथ तालमेल बिठाना होगा। हालांकि कप्तान डेनियल विट्टोरी कह चुके हैं कि गेल का उपुयक्त जोड़ीदार ढूंढ लिया गया है।
 
गेल के अलावा विराट कोहली ने भी टूर्नामेंट में जबर्दस्त प्रदर्शन किया है। विट्टोरी उनके विराट फॉर्म के बरकरार रहने की दुआ कर रहे होंगे। विराट ने नौ मैचों में तीन अर्धशतक से 348 रन बनाए हैं। साथ ही ए बी डीविलियर्स और सौरभ तिवारी भी उपयोगी पारियां खेलते रहे हैं।

गेंदबाजी में श्रीनाथ अरविंद सबसे सफल रहे हैं लेकिन विकेट लेने में उन्हें निरंतरता दिखानी होगी। विट्टोरी और जहीर खान के कॉम्बिनेशन के साथ अगर अरविंद क्लिक करें तो विपक्षी टीम की राह बेहद मुश्किल हो सकती है। बाकी का काम पूरा करने के लिए गेल का ऑलराउंडर होना काफी है।
 
वहीं राजस्थान के लिए बल्लेबाजी का दारोमदार ऑलराउंडर अवतार में आए योहान बोथा तथा अनुभवी राहुल द्रविड पर टिका होगा। टूर्नामेंट में राजस्थान के लिए अब तक यही दोनों खुलकर खेल पाए हैं। रोस टेलर और शेन वॉटसन जैसे आतिशी बल्लेबाजों की मौजूदगी के बावजूद राजस्थान की टीम उम्मीद के अनुरूप धमाकेदार बल्लेबाजी दिखा नहीं सकी है।
 
वॉर्न की अगुआई में बोथा और त्रिवेदी मिलकर लगातार निकालते रहे हैं। यही गेंदबाजी टीम की पूंजी है और उसे जीत के लिए इसी पर दांव खेलना होगा। शॉन टेट को मौके कम मिले हैं लेकिन उन्होंने हर बार अपनी उपयोगिता साबित की है। बदले माहौल में अगर उन्हें जगह मिलती है तो शायद मेजबानों के लिए कुछ अच्छा ही होगा।
 
दोनों टीमों के बीच बेंगलूर में निर्धारित पिछला मैच बिना कोई गेंद फेंके बारिश में धुल गया था। इस कारण दोनों टीमें आगामी मैच जीतकर पुरानी कसक मिटाना चाहेंगी। बहरहाल, जयपुर के मैदान पर दिलचस्प मुकाबला देखने की उम्मीद की जा सकती है।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें
अगला लेख पढ़ें