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...तो पाक पर हमले कर देता अमेरिका

एक कनाडाई समाचार पत्र का कहना है कि कुख्यात आतंकवादी सरगना ओसामा बिन लादेन को खत्म करने की अमेरिकी कार्रवाई के दौरान हस्तक्षेप नहीं कर पाकिस्तान बेहद भाग्यशाली रहा। मीडिया में आई खबरों के मुताबिक,...

...तो पाक पर हमले कर देता अमेरिका
एजेंसीWed, 04 May 2011 08:39 PM
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एक कनाडाई समाचार पत्र का कहना है कि कुख्यात आतंकवादी सरगना ओसामा बिन लादेन को खत्म करने की अमेरिकी कार्रवाई के दौरान हस्तक्षेप नहीं कर पाकिस्तान बेहद भाग्यशाली रहा। मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, पाकिस्तान की ओर से रोक-टोक की स्थिति में भारी जवाबी कार्रवाई लिए अमेरिका के सैन्य जेट विमान अफगानिस्तान में तैयार खड़े थे।

स्थानीय 'नेशनल पोस्ट' समाचार पत्र के मुताबिक 'पाकिस्तान रविवार को बेहद भाग्यशाली रहा, क्योंकि अमेरिका के अभियान में पाकिस्तान की ओर से खलल पड़ने पर प्रतिक्रिया के रूप में वह बड़े पैमाने पर कार्रवाई कर सकता था।

समाचार पत्र ने कहा, ''परीक्षण के लिए लादेन का शव हासिल करना अमेरिका के लिए काफी महत्वपूर्ण था, साथ ही विशेष सेना के जवानों की सुरक्षा भी। हां, पाकिस्तान की ओर से अभियान में किसी तरह का खलल पड़ने पर अमेरिका उसके किसी भी जेट विमान को मार गिरा सकता था।''

''अमेरिका ने यह बड़ा दांव लगाया था कि युद्ध की जरूरत पड़ने से पहले ही वह अपना काम खत्म करके लौट आएगा या शायद वह पाकिस्तान सरकार को इस बात से अवगत कराने में सक्षम हुए हुआ कि यदि पाकिस्तानी विमानों ने अभियान में हस्तक्षेप किया तो इसके गंभीर परिणाम होंगे।''

समाचार पत्र ने कहा कि पाकिस्तान को अपनी सीमा में प्रवेश करने वाले किसी भी अवैध विदेशी सैन्य विमान को मार गिराने का कानूनी अधिकार था।

''एबटाबाद कोई पिछड़ा या कबायली इलाका नहीं है यह समृद्ध शहर है। अमेरिकी सेनाओं ने यहां बिना अनुमति के अभियान चलाया। यह बात बिल्कुल स्पष्ट है कि पाकिस्तान को अमेरिकियों पर गोलीबारी करने का अधिकार था।''

समाचार पत्र ने कहा, ''लेकिन वे (अमेरिकी) इसके लिए पूरी तरह से तैयार होंगे। पाकिस्तान इस मामले में रविवार को बेहद भाग्यशाली रहा।''

समाचार पत्र ने कहा, ''इस बात को लेकर सहमति बढ़ रही है कि पाकिस्तान को इस अभियान की गुप्त सूचना थी, लेकिन बहुत समय पहले से नहीं और न ही इसके लिए अनुमति मांगी गई थी। ''

''अभियान में शामिल अमेरिका के ब्लैकहॉक और चिनूक हेलीकॉप्टरों को निशाना बनाना पाकिस्तानी सेना के लिए बेहद आसान था इससे इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि अपने हेलीकॉप्टरों की सुरक्षा के लिए अमेरिका ने अफगानिस्तान में सैन्य लड़ाकू विमान तैनात किए होंगे जो पाकिस्तान में गोलाबारूद और मिसाइलों की बरसात कर सकते थे।''

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