खादी मेले में गुरुवार को मध्यप्रदेश के प्रसिद्ध लोकनृत्य भागोरिया की प्रस्तुति
ाादी मेले में गुरुवार को मध्यप्रदेश के प्रसिद्ध लोकनृत्य भागोरिया की प्रस्तुति की गयी। इसका चयन आइसीसीआर ने इंटरनेशनल कल्चरल ट्रूप के लिए किया है। भारत सरकार ने भागोरिया का मंचन करने वाले जागृति कला...
ाादी मेले में गुरुवार को मध्यप्रदेश के प्रसिद्ध लोकनृत्य भागोरिया की प्रस्तुति की गयी। इसका चयन आइसीसीआर ने इंटरनेशनल कल्चरल ट्रूप के लिए किया है। भारत सरकार ने भागोरिया का मंचन करने वाले जागृति कला केंद्र नेपानगर के कलाकारों को सर्वश्रेष्ठ सांस्कृतिक दल घोषित किया है। 11 कलाकारों के इस सांस्कृतिक कला जत्था में रवींद्र हनौते, लूला सिंह, नागेश्वर, दीपक, अकील, सुधा सबकाले, विजय बागर, कुमारी शारदा मलन्ना, गोलू सिंह और कालू सिंह शामिल है। टीम के प्रमुख मुकेश दरबार ने बताया कि इस नृत्य में मध्यप्रदेश की आदिवासी लोक संस्कृति है। जिसमें आदिवासी युवक अपने जीवनसाथी का चयन होली पर एक समारोह में करता है। अगर कोई युवक किसी युवती को नृत्य के दौरान चेहर पर गुलाल लगा दे और बदले में युवती भी उसे गुलाल लगा दे, तो बात बन जाती है। लेकिन सबसे दिलचस्प यह है कि उसी समारोह से लड़का 15 दिन के लिए सबके सामने से उस लड़की को भगा कर ले जाता है। 15 दिन के बाद सबकी सहमति से शादी पारंपरिक भागोरिया तरीके से होती है। भागोरिया का मतलब है-भगा दी गयी गोरी।ड्ढr भोजपुरी संगीत ने जमाया रंगड्ढr रांची। खादी मेले में भोजपुरी गीत-संगीत ने भी खूब रंग जमाया। देर शाम भोजपुरी गायक सुरंद्र प्रसाद यादव ने दर्शकों के बीच एक से बढ़कर एक भोजपुरी गीतों को प्रस्तुत किया।