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कुछ घंटे में शपथ लेकर इतिहास रचेंगे ओबामा

अमेरिकी इतिहास के सबसे यादगार दिन सत्ता के सवर्ोच्च सिंहासन पर प्रथम अश्वेत बराक आेबामा के आरुढ़ होने की तैयारियां व्हाइट हाउस में परवान पर हैं और यह युगान्तकारी घटना महजकुछ घंटों के दरम्यान इतिहास...

 कुछ घंटे में शपथ लेकर इतिहास रचेंगे ओबामा
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 15 Mar 2009 01:00 PM
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अमेरिकी इतिहास के सबसे यादगार दिन सत्ता के सवर्ोच्च सिंहासन पर प्रथम अश्वेत बराक आेबामा के आरुढ़ होने की तैयारियां व्हाइट हाउस में परवान पर हैं और यह युगान्तकारी घटना महजकुछ घंटों के दरम्यान इतिहास की पुस्तक में कमलबंद हो जाएगी। देश के 44वें राष्ट्रपति के रूप में आेबामा के सम्मान में पारंपिक परेड शपथ ग्रहण और निवर्तमान राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश की विदाई छह घंटे में निपट जाएगी। आेबामा दंपत्ति मंगलवार सुबह वाशिंगटन को ऐपिस्कोपल चर्च में प्रार्थना करेगें। इसके बाद औपचारिक कार्यक्रम की शुरुआत में व्हाइट हाउस के अतिथि गृह से आेबामा व्हाइट हाउस के राष्ट्रपति आवासीय परिसर नार्थ पोर्टिको पहुंचेगें जहां श्री बुश उनका स्वागत करेगें। इसके बाद दोनों नेता कैपिटल बिल्डिंग जाएंगे, जहां शपथ ग्रहण समारोह होगा। सुबह साढ़े ग्यारह बजे सुप्रीम कोर्ट के जज जॉन पाल स्टीवन्स सबसे पहले जो बिडेन को उपराष्ट्रपति पद की शपथ दिलाएगें फिर 11 बजकर 55 मिनट पर सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जॉन जी राबर्ट आेबामा को राष्ट्रपति पद की शपथ दिलाएंगे। इसके तुरंत बाद राष्ट्रपति बराक आेबामा राष्ट्र के नाम प्रथम संबोधन देगें। इस तरह बुश के आठ वर्ष के कार्यकाल संपन्न होगा। आेबामा के शपथ ग्रहण समारेाह के बाद बुश अपनी पत्नी लौरा बुश के साथ एक हेलीकॉप्टर से एण्डत्त्यूज एयर बेस को रवाना होगें वहां से वायुसेना का एक विशेष विमान उन्हें लेकर उनके गृहप्रांत टेक्सास जाएगा। यह विमान राष्ट्रपति का विशेष विमान ही होगा, परन्तु इसे इस उड़ान के लिए एयरफोर्स वन नहीं कहा जाएगा क्योंकि बुश तब राष्ट्रपति के रूप में नहीं बल्कि साधारण नागरिक के रूप में घर लौट रहे होगें। बुश दंपत्ति अपने गृहनगर मिडलैंड में उतरेगें और वहां एक संक्षिप्त स्वागत रैली के बाद वह क्राफोर्ड स्थित अपने पारिवारिक फार्म हाउस पहुंचेगें जहां वह अपना बाकी जीवन बिताएंगें। सोमवार को अपने कार्यकाल के आखिरी दिन बुश ने रूस, जॉर्जिया, फ्रांस, जर्मनी, इटली, डेनमार्क, दक्षिण कोरिया, इजरायल, ब्राजील. जापान और ब्रिटेन सहित अनेक देशों के नेताआें से फोन पर बातचीत की। बुश ने अपने कार्यकाल के आखिरी दिन 18ैदियों को क्षमादान देने तथा नौ कैदियों की सजा में कमी का भी फैसला किया। जबकि क्िलंटन ने अपने कार्यकाल के अंतिम दिन 3ैदियों को क्षमादान देने और 61 अन्य की सजा कम करने का आदेश दिया था। व्हाइट हाउस की प्रवक्ता डाना पेरिनो ने बताया कि क्षमादान एवं सजा कम करने के आदेश राष्ट्रपति के रूप में बुश के आखिरी कार्य थे।

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