गुरुकुल परम्परा बीते समय की बात: पौडवाल
मशहूर भजन गायिका अनुराधा पौडवाल ने गुरुकुल परम्परा को बीते समय की बात बताते हुए कहा है कि वर्तमान परिपेक्ष्य में यह संभव नहीं। उदयपुर में दशहरा दीपावली मेले में भजन संध्या में आई अनुराधा ने कहा...
मशहूर भजन गायिका अनुराधा पौडवाल ने गुरुकुल परम्परा को बीते समय की बात बताते हुए कहा है कि वर्तमान परिपेक्ष्य में यह संभव नहीं।
उदयपुर में दशहरा दीपावली मेले में भजन संध्या में आई अनुराधा ने कहा कि पुराने समय में गुरु शिष्य परम्परा थी। उस समय साठ वर्ष के बाद आदमी वानप्रस्थ आश्रम ग्रहण कर लेता था, लेकिन अब समय बदल गया है। आज शिष्य को संगीत सिखाने के लिए गुरु घर तक जाते है।
उन्होंने कहा कि हाल ही में सुरेश वाडेकर ने गुरुकुल शुरू करने की ओर कुछ प्रयास किए हैं। रियलिटी शो को व्यक्तिगत पहचान का हिस्सा बताते हुए अनुराधा ने कहा कि ऐसे शो का प्रचलन बढ़ने से कई लोगों को काम और नाम दोनों मिलते है।
राजस्थानी में गीत गाने की बात पर अनुराधा ने कहा कि उन्होंने राजस्थानी फिल्मों के लिए कई गाने गाए है। इनमें कर्मा बाई को खिचडलो तथा तालरिया मगरिया प्रमुख है। उन्होंने कहा कि आने वाली कुछ राजस्थानी, भोजपुरी तथा बंगला फिल्मों में भी वह गाने गा रही है।