'पाकिस्तान में सीआईए की भूमिका बढ़ाना चाहता है अमेरिका
अलकायदा और अन्य आतंकवादी संगठनों से निपटने में पाकिस्तान की सहायता करने के लिए अमेरिका, केंद्रीय खुफिया एजेंसी (सीआईए) की मौजूदगी का विस्तार करने का प्रयास कर रहा है। स्थानीय समाचार पत्र 'वॉल...
अलकायदा और अन्य आतंकवादी संगठनों से निपटने में पाकिस्तान की सहायता करने के लिए अमेरिका, केंद्रीय खुफिया एजेंसी (सीआईए) की मौजूदगी का विस्तार करने का प्रयास कर रहा है।
स्थानीय समाचार पत्र 'वॉल स्ट्रीट जर्नल' के मुताबिक अफगानिस्तान के सीमावर्ती इलाकों में अपना ठिकाना बनाए आतंकवादियों के साथ ज्यादा कड़ाई से निपटने में पाकिस्तान की मदद करने के लिए अमेरिका ऐसा कर रहा है।
अमेरिका ने पाकिस्तान से कहा है कि वह सीआईए के और अधिक अधिकारियों और विशेष सैन्य प्रशिक्षुओं को पाकिस्तान में प्रवेश की अनुमति दे ताकि आतंकवादियों पर दबाव बढ़ाया जा सके। इस अनुरोध को पाकिस्तान ठुकराता आ रहा है।
वर्तमान में पाकिस्तान में अमेरिका के लगभग 900 अमेरिकी सैनिक हैं। इनमें से 600 सैनिकों को खाद्यापूर्ति तथा 150 सैनिकों को प्रशिक्षण अभियान की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
पत्र के मुताबिक पाकिस्तान में सीआईए के अधिकारियों की संख्या बढ़ाने का मुख्य उद्देश्य पाकिस्तानी सनिकों की सहायता करना है, जिससे वे काफी आसानी से आतंकवादियों के ठिकानों तक पहुंच सकें। अमेरिका द्वारा किए गए ड्रोन हमलों में सैकड़ों आतंकवादी मारे जा चुके हैं।
अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि ओबामा प्रशासन उत्तरी वजीरिस्तान की तरफ अपना ध्यान केंद्रित कर रहा है। दक्षिणी शहर क्वेटा और बलूचिस्तान प्रांत में भी पाकिस्तान द्वारा अभियान चलाए जाने की आवश्यकता है।