कटौती का बुधवार
आज की कटौतियों के पीछे आज की समस्याओं से कहीं ज्यादा मसले हैं। यह कम महत्वाकांक्षा वाली सरकार और एक सिकुड़ते सार्वजनिक क्षेत्र का संकेत देती हैं। इसकी आशंका थी और यह आखिरकार यह मौका आ ही गया। पिछली...
आज की कटौतियों के पीछे आज की समस्याओं से कहीं ज्यादा मसले हैं। यह कम महत्वाकांक्षा वाली सरकार और एक सिकुड़ते सार्वजनिक क्षेत्र का संकेत देती हैं। इसकी आशंका थी और यह आखिरकार यह मौका आ ही गया। पिछली सरकार की महत्वाकांक्षाएं थीं कि वह घरेलू समस्याओं को हल करने और दुनिया में अपनी भूमिका बढ़ाने के लिए ज्यादा रकम खर्च करेगी, पर भारी कर्ज की हकीकत से टकरा कर वे जमीन पर आ गईं। इसे दो तरह से देखा जा सकता है। इसे एक तरह का कोर्स करेक्शन कहा जा सकता है । हालांकि यह काफी आक्रामक है, लेकिन पिछली गलतियों के चलते यह जरूरी हो गया है। इसे आप इस तरह से भी कह सकते हैं कि यह बिल्कुल नया आइडिया है। यह सरकार की भूमिका परिभाषित करने का एक तरीका है कि पश्चिम में सरकार अपने लोगों के लिए क्या कर सकती है और क्या नहीं।
द इंडिपेंडेंट, ब्रिटेन
सही कदम
पाकिस्तान के चुनावी इतिहास में पारदर्शिता कभी बड़ा मुद्दा नहीं रहा। यह हमारे राष्ट्रीय अस्तित्व का एक दुर्भाग्यशाली तत्व रहा है और इस मोर्चे पर देश कई बार दिक्कत में पड़ा है। इसी स्थिति में हमें पाकिस्तान के चुनाव आयोग की तरफ से अगले आम चुनाव में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन को शामिल करने के फैसले का स्वागत करना चाहिए। बैलेट बॉक्स से छुटकारा पाना वास्तव में सही दिशा में उठाया गया कदम है। चुनाव आयोग की योजना के अनुसार, स्थानीय निकायों के अगले चुनाव में एक पायलट परियोजना के तहत इसका परीक्षण किया जाएगा। इस प्रकार इससे जुड़े सभी पक्षकारों से मिलने वाली प्रतिक्रियाओं के आधार पर चुनाव के दिन के लिए इसे तैयार किया जा सकेगा। कंप्यूटरीकृत मतदाता सूची की मदद से चुनावी धांधली को रोकने की योजना है।
डान, पाकिस्तान