दोपहर के वक्त महिलाओं से पंगा न लें पुरुष वरना़...
पुरुषों के लिए एक सलाह़ है कि वे बीच दोपहर में महिलाओं के साथ तकरार मोल न लें क्योंकि इस समय की गयी बहसबाजी में उन्हें महिलाओं के हाथों मुंह की खानी पड़ सकती है। जी हां, लोगों के मूड पर किए गए एक...
पुरुषों के लिए एक सलाह़ है कि वे बीच दोपहर में महिलाओं के साथ तकरार मोल न लें क्योंकि इस समय की गयी बहसबाजी में उन्हें महिलाओं के हाथों मुंह की खानी पड़ सकती है। जी हां, लोगों के मूड पर किए गए एक सर्वे के नतीजों पर यकीन करें तो पुरुषों को यह सलाह अमल में जरूर लाना चाहिए वरना उन्हें महिलाओं से हारना पड़ सकता है।
अध्ययन के नतीजों में यह भी कहा गया है कि यदि महिलाएं पुरुषों से कुछ कहना चाहती हैं तो उन्हें शाम के छह बजे तक इंतजार करना चाहिए क्योंकि यही वह समय है जब पुरुष अपने करीबी लोगों की मुराद पूरी करते हैं।
कई दिलचस्प नतीजे देने वाले इस अध्ययन में ब्रिटेन के 1,000 पुरुषों और महिलाओं को शामिल किया गया था। अध्ययन के नतीजे बताते हैं कि जब किसी महिला को तनख्वाह में इजाफे या प्रोन्नति की बात अपने बॉस से कहनी हो तो वह यह काम सुबह में न कर दोपहर एक बजे करे। इस वक्त महिला की मुराद पूरी होने की ज्यादा संभावना रहती है।
नतीजों के मुताबिक, दोपहर एक बजे के बाद का समय ऐसा होता है जब प्रबंधक अपने कर्मचारियों की मांग के प्रति बहुत उदार होता है। डेली मेल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, बहरहाल, महिलाएं यह जानकर काफी खुश होंगी कि मूड में होने वाले उतार-चढ़ाव से सिर्फ वहीं पीड़ित नहीं हैं बल्कि ऐसा पुरुषों में भी देखा जाता है।