भारत की वृद्धि दर 2010 में रहेगी 9.7 प्रतिशत : आईएमएफ
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने औद्योगिक उत्पादन में उछाल तथा बेहतर व्यापक आर्थिक प्रदर्शन के चलते 2010 में भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 9.7 प्रतिशत तथा अगले वित्त वर्ष में 8.4 प्रतिशत हरने...
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने औद्योगिक उत्पादन में उछाल तथा बेहतर व्यापक आर्थिक प्रदर्शन के चलते 2010 में भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 9.7 प्रतिशत तथा अगले वित्त वर्ष में 8.4 प्रतिशत हरने का अनुमान लगाया है।
आईएमएफ की वैश्विक आर्थिक परिदृश्य रपट में हालांकि यह भी कहा गया है कि साम्यवादी देश चीन की आर्थिक वृद्धि दर इस दौरान क्रमश: 10.5 प्रतिशत तथा 9.6 प्रतिशत रहेगी।
रपट के अनुसार इस दौरान विकसित अर्थव्यवस्थाओं की वृद्धि दर 2.7 प्रतिशत एवं 2.2 प्रतिशत भर रहेगी। वर्ष 2010 में वैश्विक व्यापार में 4.8 प्रतिशत तथा 2011 में 4.2 प्रतिशत बढोतरी का अनुमान है।
आईएमएफ ने कहा है कि भारत का व्यापक आर्थिक प्रदर्शन शानदार रहा है जिसमें औद्योगिक उत्पादन दो साल की उंचाई पर है। इसी तरह उत्पादन विनिर्माक्ष सूचकांक के साथ साथ व्यापार एवं उपभोक्ता विश्वास को आंकने वाले अन्य सूचकांक भी काफी अच्छे हैं।
इसके अनुसार, बेहतर घरेलू मांग के चलते वृद्धि दर 2010 में 9.7 प्रतिशत तथा 2011 में 8.4 प्रतिशत रहने का अनुमान है। इसके अलावा कारपोरेट मुनाफा बढ़ने तथा अनुकूल बाहय वित्तपोषण से निवेश को बढावा मिलेगा।
विश्व आर्थिक परिदृश्य में कहा गया है कि उदीयमान आर्थिक अर्थव्यवस्थाओं की वद्धि दर लगभग 8.5 प्रतिशत है और चीन, भारत तथा इंडोनेशिया से अच्छी मांग का लाभ अन्य एशियाई अर्थव्यवस्थाओं को भी मिल रहा है।
आईएमएफ ने कहा है कि चीन में लोन विस्तार तथा घरेलू आय तथा खपत बढाने के लिए उठाए गए अनेक कदमों से घरेलू मांग वृद्धि दर 2009 में लगभग 13 प्रतिशत हो गई। इससे देश के चालू खात अधिशेष में काफी कमी आई है।
इसके अनुसार वैश्विक अर्थव्यवस्था में सुधार स्थिर हो रहा है तथा सार्वजनिक राहत पैकेज से निजी क्षेत्र की अगुवाई वाली वृद्धि की ओर बढ़ा जा रहा है।
लातिन अमेरिका में भी अच्छा सुधार देखने को मिला है जहां वास्तविक जीडीपी वृद्धि दर लगभग सात प्रतिशत है। लातिन अमेरिका में सुधार की अगुवाई ब्राजील कर रहा है जिसकी जीडीपी वृद्धि दर 2009 की तीसरी तिमाही के बाद से दस प्रतिशत के आसपास बनी हुर्ठ है।