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बारिश से कॉमनवेल्थ आयोजकों के हाथ-पांव फूले

सोमवार को अचानक हुई बरसात ने मेरठ और आसपास के लोगों को बेशक राहत दी हो मगर दिल्ली के लिए बरसात सिर्फ आफत की सूचना थी। मेरठ तक पहुंची वर्षा के मूवमेंट की तस्वीर जब तक साफ नहीं हुई, कॉमनवेल्थ आयोजकों...

बारिश से कॉमनवेल्थ आयोजकों के हाथ-पांव फूले
लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 04 Oct 2010 11:59 PM
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सोमवार को अचानक हुई बरसात ने मेरठ और आसपास के लोगों को बेशक राहत दी हो मगर दिल्ली के लिए बरसात सिर्फ आफत की सूचना थी। मेरठ तक पहुंची वर्षा के मूवमेंट की तस्वीर जब तक साफ नहीं हुई, कॉमनवेल्थ आयोजकों की हालत खराब रही। मूवमेंट साफ होने के बाद आयोजकों और आईएमडी के अधिकारियों ने राहत की सांस ली।

सोमवार को मेरठ में अचानक हुई वर्षा की सूचना दिल्ली के आईएमडी सेंटर से फ्लैश होते ही गेम्स आयोजकों में मौसम का हाल लेने की उत्सुकता बढ़ गई। इंडियन मेट्रोलॉजी डिपार्टमेंट के अधिकारियों के हाथपांव फूल गए। आईएमडी के मेरठ स्थित सूत्रों ने बताया कि मेरठ में आने के बाद वर्षा की तस्वीर साफ हो गई थी। यह नॉर्थ ईस्ट से साउथ ईस्ट की दिशा में बढ़ रही थी।

यह अचानक स्थानीय परिस्थितियों के कारण हुई वर्षा थी, लेकिन पश्चिम बंगाल और उसके आसपास के क्षेत्रों के ऊपर बना खाली स्पेस भी इसके लिए जिम्मेदार है। इसकी वजह से उत्तरी और मध्य भारत में मौसम के शुष्क रहने की संभावना जताई गई है। वैसे विवि के वैज्ञानिक बंगाल की खाड़ी और आसपास के क्षेत्रों के ऊपर बने खाली स्पेस बादलों में आई गति को वर्षा कारण मानते हैं।

डॉ. कंचन सिंह बताते हैं कि अभी भी मौसम में आद्र्रता अपेक्षाकृत काफी अधिक है, जिससे स्थानीय परिस्थितियों में मामूली या हल्का चक्रवाती परिवर्तन भी वर्षा का कारण बन सकता है। वैसे सामान्य परिस्थितियों में वर्षा की संभावना नहीं है। डॉ. कंचन मानते हैं कि उत्तरी-पश्चिमी भारत से मानसून पूरी तरह वापस हो चुका है।

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