राष्ट्रमंडल-खेल : खाता खोलने के इरादे से उतरेगी भारतीय हॉकी टीम
राष्ट्रमंडल खेलों में अभी तक कोई खिताब नहीं जीत सकी पुरूष हॉकी टीम मंगलवार को पूल ए के मैच में जब मलेशिया के खिलाफ अपने अभियान की शुरूआत करेगी तो उसका इरादा इस कलंक को धोने की दिशा में पहला कदम रखने...
राष्ट्रमंडल खेलों में अभी तक कोई खिताब नहीं जीत सकी पुरूष हॉकी टीम मंगलवार को पूल ए के मैच में जब मलेशिया के खिलाफ अपने अभियान की शुरूआत करेगी तो उसका इरादा इस कलंक को धोने की दिशा में पहला कदम रखने का होगा।
भारतीय हॉकी टीम 1998 के कुआलालम्पुर में हुए राष्ट्रमंडल खेलों में चौथे स्थान पर रही थी जबकि मैनचेस्टर में 2002 राष्ट्रमंडल खेलों में उसने हिस्सा नहीं लिया। मेलबर्न खेलों में टीम पांचवें स्थान पर रही।
भारत को इस बार अपेक्षाकत कठिन पूल मिला है जिसमें गत चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया और उपविजेता पाकिस्तान की टीमें भी है। भारत को पहला मैच मंगलवार को राष्ट्रीय स्टेडियम पर मलेशिया से खेलना है। इसी स्टेडियम पर फरवरी मार्च में हुए विश्वकप में भारत आठवें स्थान पर रहा था।
मुख्य कोच जोस ब्रासा को हालांकि टीम से इस बार बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि विश्वकप में हमने कई बेवकूफाना गलतियां की लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा। मुझे यकीन है कि हम बेहतर प्रदर्शन करेंगे।
भारत ने विश्वकप के बाद अज़लान शाह कप जीता और यूरोप दौरे पर अच्छा प्रदर्शन किया। ड्रैग फ्लिकर संदीप सिंह अच्छे फॉर्म में हैं जबकि एक ईकाई के रूप में अच्छा प्रदर्शन करते हुए भारत ने दो अभ्यास मैच जीते और एक ड्रा खेला।
कठिन पूल को सकारात्मक मानते हुए राष्ट्रीय कोच हरेंद्र सिंह ने कहा कि पहली बाधा को पार करने से पदक की राह आसान होगी। तुषार खांडेकर, शिवेंद्र सिंह और राजपाल सिंह की अगुवाई में भारतीय फॉरवर्ड पंक्ति ने अभ्यास मैचों में अच्छा प्रदर्शन किया है जबकि रक्षापंक्ति भी आखिरी क्षणों में गोल गंवाने की आदत से उबरती नज़र आ रही है।
संदीप ने कहा कि टीम की रणनीति मलेशिया को हराकर आगे कठिन मैचों से पहले मनोवैज्ञानिक दबाव बनाने की होगी। उन्होंने कहा कि हम जीत के साथ शुरूआत करके मनोवैज्ञानिक दबाव बनाने की कोशिश करेंगे। आगे ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान से मैच काफी अहम होंगे जिससे सेमीफाइनल की दिशा तय होगी।
उधर मलेशिया को अभ्यास मैच में दक्षिण अफ्रीका ने 6-2 से रोंदा। वहीं शुक्रवार को कनाडा के खिलाफ उसका अभ्यास मैच 2-2 से ड्रा रहा था। भारत आने से पहले मलेशिया ने न्यूज़ीलैंड के खिलाफ दो नुमाइशी मैच खेले जिनमें से पहला 2-2 से ड्रा रहा जबकि दूसरा उसने 3-0 से जीता।