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सचिन शतक से चूके, आस्ट्रेलिया को मिली मामूली बढ़त

मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के 49वें शतक से चूकने के बाद भारतीय बल्लेबाजी क्रम चरमरा गया जिससे मेजबान टीम रविवार को आस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले क्रिकेट टेस्ट के तीसरे दिन स्टंप तक पहली पारी में 405...

सचिन शतक से चूके, आस्ट्रेलिया को मिली मामूली बढ़त
एजेंसीSun, 03 Oct 2010 07:16 PM
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मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के 49वें शतक से चूकने के बाद भारतीय बल्लेबाजी क्रम चरमरा गया जिससे मेजबान टीम रविवार को आस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले क्रिकेट टेस्ट के तीसरे दिन स्टंप तक पहली पारी में 405 रन के स्कोर पर सिमट गई।

तेंदुलकर (98) अपने 49वें शतक से केवल दो रन से चूक गए जिसके बाद आस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने शानदार वापसी की और दिन के अंतिम घंटे में आखिरी छह भारतीय बल्लेबाजों को पवेलियन भेजा। मिशेल जानसन ने 64 रन पर पांच विकेट हासिल किए। पहली पारी में 428 रन बनाने वाली आस्ट्रेलियाई टीम कल घरेलू टीम पर इस 23 रन की बढ़त को बढ़ाने की कोशिश करेगी।

ऑफ स्पिनर मार्कस नार्थ ने तेंदुलकर को शतक से दो रन पहले पगबाधा आउट कर भारतीय प्रशंसकों की उम्मीदों को करारा झटका दिया। तेंदुलकर की 189 गेंद की पारी में 13 चौके शामिल थे, जिसमें से ज्यादातर प्वाइंट और एक्सट्रा कवर में लगे थे। सुरेश रैना (89) के साथ उन्होंने पांचवें विकेट के लिए 124 रन की भागीदारी निभाई और बड़े स्कोर की नींव रखी।

भारतीय टीम एक समय दबदबा बनाए हुए थी और तब स्कोर चार विकेट पर 354 रन था। तेंदुलकर और रैना के शानदार खेल को देखते हुए ऐसा लग रहा था कि ये दोनों टीम को अच्छी बढ़त दिला देंगे लेकिन मास्टर ब्लास्टर के आउट होने से ऐसा नहीं हो सका। इसके बाद मध्यक्रम चरमरा गया जिसमें जानसन से सबसे ज्यादा नुकसान किया।

जानसन ने लगातार गेंदों में कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (14) और हरभजन सिंह (0) को आउट किया और फिर रैना का विकेट हासिल किया जिन्होंने 14 चौके जड़ित 86 रन की आक्रामक पारी खेली। रैना जानसन की गेंद पर पगबाधा आउट हुए। पीठ की चोट के कारण वीवीएस लक्ष्मण (2 रन) रनर के साथ 10वें नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे लेकिन कोई प्रभाव नहीं छोड़ सके और पवेलियन लौटने वाले अंतिम खिलाड़ी रहे।

इससे पहले राहुल द्रविड़ ने सर डान ब्रैडमैन के 29 टेस्ट शतक के रिकार्ड को पार करने का स्वर्णिम मौका गंवा दिया जिससे भारत ने चाय तक चार विकेट गंवाकर 280 रन बना लिए। द्रविड़ ने 77 रन बनाए और उन्हें आस्ट्रेलियाई गेंदबाजों से कोई परेशानी नहीं हुई लेकिन डग बोलिंजर की गेंद पर बल्ला छुआने के कारण विकेटकीपर टिम पेन ने उनका कैच लपक लिया। द्रविड़ ने 205 मिनट तक बल्लेबाजी की और 134 गेंद का सामना करते हुए 12 चौके लगाए।

तेंदुलकर और द्रविड़ ने चौथे विकेट के लिये 79 रन की साझेदारी निभाई जिसमें मास्टर ब्लास्टर का दबदबा रहा। तेंदुलकर ने नौ बार गेंद सीमा रेखा के पार कराई जिसमें से पहले पांच चौके प्वाइंट और एक्सट्रा कवर के बीच रहे। मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने स्पिनर हारिटज की गेंद पर स्लाग स्वीप से आन साइड पर पहला चौका लगाया, फिर उन्होंने मिड आन पर गेंद सीमा पार कराई। उन्होंने सिर्फ चौके ही नहीं जमाए बल्कि एक और दो रन भी बटोरे। सुरेश रैना भी आत्मविश्वास से भरे थे और उन्होंने कुछ शानदार कवर ड्राइव लगाए।

भारतीय टीम ने पहले सत्र में रात्रि प्रहरी इशांत शर्मा का विकेट गंवा दिया, जिन्होंने बोलिंजर की गेंद पर आउट होने से पहले 18 रन बनाए। लंच के सत्र में कुल 81 रन बने थे क्योंकि दो विकेट पर 110 रन से स्कोर से आगे खेलते हुए भारतीय बल्लेबाजों ने काफी सतर्कता बरती।

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