राज्यपाल से मिलेंगे अफसर
हड़ताल पर जाने से पूर्व सूबे के 28 विभागों के अफसरों ने एक बार राज्यपाल के समक्ष फरियाद लगाने का निर्णय किया है। अफसरों के आग्रह पर राज्यपाल आर.एल. भाटिया ने शनिवार की सुबह मिलने का समय भी दे दिया...
हड़ताल पर जाने से पूर्व सूबे के 28 विभागों के अफसरों ने एक बार राज्यपाल के समक्ष फरियाद लगाने का निर्णय किया है। अफसरों के आग्रह पर राज्यपाल आर.एल. भाटिया ने शनिवार की सुबह मिलने का समय भी दे दिया है। बिहार राज्य राजपत्रित पदाधिकरी महासंघ के पदाधिकारी राज्यपाल से मिलकर अफसरों के बीच भेदभाव करने की सरकार की मंशा को उजागर करंगे। महासंघ के महासचिव डा. देवानन्द प्रसाद सिंह, परिवार कल्याण सेवा के अशोक मोती, सहकारिता सेवा के शांत रक्षित, श्रम सेवा की अरुणा सिन्हा और योजना एवं विकास सेवा के विनय कुमार ने कहा कि राज्यपाल को सरकार की अफसर विरोधी नीति बतायी जाएगी।ड्ढr ड्ढr उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी द्वारा उनकी मांगों पर सुनवाई नहीं करने से उन्होंने अपनी रणनीति बदली है। वैसे तीन दिनों का काला बिल्ला लगा विरोध जताने का उनका आंदोलन शुक्रवार को समाप्त हो गया। अब दो दिन तक गणतंत्र दिवस समारोह के कारण बिना विरोध जताये वे कार्य करंगे। 27 से 2तक वे फिर कलमबन्द हड़ताल करंगे। उसके बाद भी राज्य सेवा के सभी अफसरों को एक समान मानने की उनकी मांगों पर सरकार ने नोटिस नहीं ली तो 1 फरवरी को पूर्ण हड़ताल की तिथि तय करने के लिए बैठक होगी। ये अफसर सभी सेवा संवर्गो के लिए 8000-13500 रुपये के वेतनमान की मांग कर रहे हैं।ं