फोटो गैलरी

Hindi Newsकुरान की प्रति जलाने की योजना की हर जगह निंदा

कुरान की प्रति जलाने की योजना की हर जगह निंदा

अमेरिका के एक पादरी के कुरान की प्रतियां जलाने पर अड़े रहने पर इस्लामी देशों में तीखी प्रतिक्रिया हुई है और उनके शाहों और राष्ट्रपतियों ने कड़ी निंदा करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा से इसे...

कुरान की प्रति जलाने की योजना की हर जगह निंदा
एजेंसीThu, 09 Sep 2010 10:04 PM
ऐप पर पढ़ें

अमेरिका के एक पादरी के कुरान की प्रतियां जलाने पर अड़े रहने पर इस्लामी देशों में तीखी प्रतिक्रिया हुई है और उनके शाहों और राष्ट्रपतियों ने कड़ी निंदा करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा से इसे रोकने के लिए हस्तक्षेप करने को कहा है।

इन नेताओं की अपील के बाद ओबामा ने भी यह कहते हुए समवेत स्वर में इस योजना की निंदा की कि इससे अलकायदा में भर्ती को प्रोत्साहन मिलेगा। ओबामा ने एबीबी गुड मार्निंग शो में कहा कि इससे अफगानिस्तान और पाकिस्तान जैसे स्थानों पर हिंसा बढ़ सकती है। कुरान जलाने से वे लोग अधिकाधिक संख्या में भर्ती होंगे जो अमेरिकी अथवा यूरोपीय शहरों में अपने को बम के साथ उड़ा लेना चाहते हैं। उन्होंने उम्मीद जतायी कि पादरी टेरी जोंस दुनिया की मांग पर ध्यान देंगे।

पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने इस कृत्य से दुनियाभर में मुस्लिम भावनाएं भड़कने की चेतावनी दी है। उन्होंने सांप्रदायिक सद्भाव और विश्वशांति को अपूरणनीय क्षति की आशंका जताई है। पाकिस्तानी गृहमंत्री रहमान मलिक ने इसे रोकने के लिए इंटरपोल को चिट्ठी भी लिखी है।

विश्व के सबसे बड़े मुस्लिम राष्ट्र इंडोनेशिया के राष्ट्रपति सुशीलो बाम्बांग युद्धोयोनो ने कहा है कि पश्चिमी देशों और इस्लाम को एक दूसरे के समीप लाने की जकार्ता और वाशिंगटन के प्रयास इससे बीच में ही खत्म हो जाएगा। उन्होंने ओबामा को पत्र भेजकर इस मामले में हस्तक्षेप करने को कहा है। मलेशिया, बहरीन और संयुक्त अरब अमीरात ने भी इस जघन्य कृत्य बताते हुए अमेरिका से इसे रोकने की अपील की है।

उल्लेखनीय है कि फ्लोरिडा के डोव वर्ल्ड आउटरीच सेंटर ने अमेरिका पर 11 सितंबर के हमले की बरसी पर कुरान की प्रतियां जलाने की योजना बनाई है। वैश्विक निंदा से बेपरवाहर उसके पादरी टेरी जोंस इस प्रस्तावित कृत्य पर अडिग हैं।

उधर, सन 2006 में पैगंबर मोहम्मद के कार्टून से मुस्लिम धर्मावलंबियों की आंखों के किरकिरे बने डेनिश काटूर्निस्ट कुर्ट वेस्टरगार्ड ने भी इसे अतिवादी कदम बताया है। इस बीच अफगानिस्तान में अमेरिकी और नाटो कमांडरों ने चेतावनी दी कि इस कृत्य से देश में पश्चिमी बलों के खिलाफ हिंसा भड़क सकती है।

 

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें