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दर्जनों ऑटो चालकों ने निगम पर आकर जताया विरोध

शहर में जगह-जगह सड़क पटरी पर ऑटो-वाहन पार्किग बनाए जाने से ऑटो चालकों में जबरदस्त रोष है। एक के बाद एक ठेका छोड़े जाने से उनपर टैक्स का बोझ बढ़ता ही जा रहा है जबकि इसके एवज में सुविधाएं नहीं हैं।...

दर्जनों ऑटो चालकों ने निगम पर आकर जताया विरोध
लाइव हिन्दुस्तान टीमWed, 08 Sep 2010 10:04 PM
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शहर में जगह-जगह सड़क पटरी पर ऑटो-वाहन पार्किग बनाए जाने से ऑटो चालकों में जबरदस्त रोष है। एक के बाद एक ठेका छोड़े जाने से उनपर टैक्स का बोझ बढ़ता ही जा रहा है जबकि इसके एवज में सुविधाएं नहीं हैं। पहले मोहननगर फिर तुलसी निकेतन के बाद अब विजय नगर, नया बस अड्डा समेत पांच नए स्थानों पर ऑटो पार्किग बनाने को लेकर उनका सब्र का बांध टूटने लगा है।

बुधवार को थ्री व्हीलर्स-ऑटो चालक ट्रेड यूनियन ने निगम को चेतावनी दी कि अगर नए पार्किग ठेके को दो दिनों के भीतर रद्द नहीं किया गया तो निगम पर पूरे शहर के ऑटो चालक प्रदर्शन करेंगे। इससे शहर की ट्रैफिक व्यवस्था भी चरमरा सकती है। यूनियन का प्रतिनिधिमंडल नगरायुक्त की अनुपस्थिति में निगम के संपत्ति प्रभारी टीपी वर्मा से मिले, उनसे अपना आक्रोश जताया। यूनियन अध्यक्ष धन बिहारी मिश्र ने बताया कि पहले ही शहर में ऑटो चालकों को तमाम टैक्स भरने पड़ रहे हैं। रोड टैक्स, परमिट टैक्स व कुछ अन्य अघोषित टैक्स के बाद निगम को भी लाइसेंस शुल्क दे रहे हैं, अब निगम जगह-जगह पार्किग बनाकर ऑटो चालकों पर और बोझ डाल रहा है। इससे जनता पर ही बोझ पड़ेगा। मिश्र ने बताया कि ऑटो स्टैंड पार्किग सड़क किनारे पटरी पर बनाना गलत है, अगर निगम को बनाना ही है तो पूरी जगह में बनाएं, जहां चालक अपना वाहन खड़ा कर घंटे-दो घंटे या रात भर के लिए निश्चिंत हो जाए। लेकिन अभी 12 रुपए वसूलने के बाद भी ऑटो चालकों को बदले में कोई सुविधा नहीं दी जा रही है। इसे लेकर यूनियन में जबरदस्त रोष है। यूनियन का कहना है कि पिछले सप्ताह ही पांच नई जगहों पर पार्किग के लिए निविदा मांगी गई है। जो कि गलत है। चालकों में जयभगवान, राकेश गौड़, सुभाष चौधरी, राजेन्द्र यादव आदि शामिल रहे।

संपत्ति प्रभारी टीपी वर्मा ने बताया कि नई पार्किग के लिए टेंडर जिलाधिकारी के निर्देश पर निकाले गए हैं, इसका मकसद शहर के चौक-चौराहों की ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार लाना है। यूनियन के पदाधिकारियों ने अपनी समस्या से अवगत कराया है, नगरायुक्त से विचार विमर्श के बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा।

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