छह घंटे की रेकी के बाद रूट हुआ फाइनल
साइक्लोथॉन का रूट आखिर फाइनल हो गया। इसके लिए आयोजकों के साथ-साथ नई दिल्ली नगरपालिका के अधिकारियों को भी करीब छह घंटे तक रूट की रेकी करनी पड़ी। हां, खास बात यह है कि अब अंतरराष्ट्रीय साइकिल रेस...
साइक्लोथॉन का रूट आखिर फाइनल हो गया। इसके लिए आयोजकों के साथ-साथ नई दिल्ली नगरपालिका के अधिकारियों को भी करीब छह घंटे तक रूट की रेकी करनी पड़ी। हां, खास बात यह है कि अब अंतरराष्ट्रीय साइकिल रेस गीतांजलि टूर डि दिल्ली साइक्लोथान दिल्ली के दिल कनॉट प्लेस के इनर और आउट सर्कल दोनों को छूते हुए गुजरेगी। हां, पहले इसके लिए कनॉट प्लेस का जो रूट तय किया गया था उसमें थोड़ा बदलाव जरूर किया गया है। अब यह पूरे इनर सर्किल में नहीं जाएगी सिर्फ पालिका पार्किग और पालिका बाजार के बाहर-बाहर होते हुए संसद मार्ग से विजय चौक की तरफ निकल जाएगी।
आयोजन समिति के सचिव ओंकार सिंह ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया, ‘अब यह साइकिल रेस संसद मार्ग से शुरू हो कर आउट सर्किल से दाएं मुड़ कर पालिका पार्किग की ओर जाएगी। वहां से फिर दाएं मुड़ कर जनपथ लालबत्ती से आउट सर्किल पर वापस आएगी और फिर संसद मार्ग से होते हुए आगे राजपथ और विजय चौक की ओर निकल जाएगी।’
उन्होंने बताया कि छह घंटे तक चली रेकी के दौरान रेस के अंतरराष्ट्रीय डायरेक्टर डेविड मैक्वेड, अंतरराष्ट्रीय साइकिलिंग यूनियन के अध्यक्ष जमालुद्दीन के अलावा एनडीएमसी के अधिकारी मौजूद थे। एनडीएमसी ने इस रूट को हरी झंडी दे दी है। अब हम इसे दिल्ली पुलिस की अनुमति के लिए भेज रहे हैं।
कनॉट प्लेस में जगह-जगह गड्ढे होने और जाम न लगे इस वजह से इसके रूट में थोड़ा बदलाव करना पड़ा है। इस साइक्लोथॉन का आदर्श वाक्य है ‘बर्न फैट, सेव फ्यूल’ (मोटापा घटाओ, ईंधन बचाओ)। इस प्रतिष्ठित साइकिलिंग इवेंट का आयोजन 29 अगस्त (खेल दिवस) को होगा।