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बीमार बनाते वनस्पति तेल

घर में भोजन बनाने के लिए जिस खाद्य तेल का आप इस्तेमाल कर रहे हैं, क्या वह वाकई आपके स्वास्थ्य के लिए सुरक्षित है? सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट (सीएसई) के ताजा अध्ययन के अनुसार खाद्य तेल में...

 बीमार बनाते वनस्पति तेल
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 15 Mar 2009 01:00 PM
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घर में भोजन बनाने के लिए जिस खाद्य तेल का आप इस्तेमाल कर रहे हैं, क्या वह वाकई आपके स्वास्थ्य के लिए सुरक्षित है? सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट (सीएसई) के ताजा अध्ययन के अनुसार खाद्य तेल में स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक ट्रांस फैटी एसिड की मात्रा अंतरराष्ट्रीय स्टैंडर्ड से कहीं ज्यादा पाई गई है। कई देशों में इस पर पूरी तरह से प्रतिबंध है लेकिन हमार देश में कोई कानून नहीं। सीएसई के खुलासे के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस मामले में जल्द कदम उठाने का ऐलान किया है।ड्ढr सीएसई निदेशक सुनीता नारायण व सहायक निदेशक चंद्रभूषण ने साझा प्रेस कांफ्रेंस में बताया, बाजार में सर्वाधिक बिकने वाले ब्रांडेड खाद्य तेलों के 30 नमूने एकत्र किए गए और इनके फैटी एसिड प्रोफाइल की जांच सीएसई की पॉल्यूशन मानीटरिंग लेब्रोटरी में हुई। इनमें सोयाबीन, सूर्यमुखी, सरसों, नारियल तेल के साथ-साथ मक्खन एवं देशी घी की भी जांच कराई गई। सीएसई के अनुसार सभी वनस्पति तेलों में ट्रांस फैट एसिड की मात्रा 5 से 12 गुना तक ज्यादा पाई गई। वनस्पति तेल पनघट व रथ में फैटी एसिड 23 फीसदी तक मिला। सबसे कम फैटी एसिड देशी घी में 5.3 फीसदी व अमूल बटर में 3.73 फीसदी पाया गया। डेनमार्क में बने मानकों के अनुसार तेल में फैटी एसिड दो फीसदी से ज्यादा नहीं होना चाहिए।ड्ढr सीएसई विशेषज्ञों के अनुसार सैचुरटेड फैट, मोनोअनसैचुरटेड फैटी एसिड, पोली सैचुरटेड फैटी एसिड, ओमेगा-6, ओमेगा-3 कंपोनेंट की मात्रा भी डब्ल्यूएचओ मानकों से ज्यादा पाई गई। विशेषज्ञों के अनुसार टांस फैटी एसिड की मात्रा ज्यादा होने की वजह वनस्पति तेल पुरानी तकनीक आधारित निर्माण प्रक्रिया है। ट्रांस फैट से हार्ट अटैक, मधुमेह, ब्रेस्ट कैंसर जैसी बीमारियां बढ़ रही हैं। ट्रांस फैट गुड कोलस्ट्रोल घटाता है जबकि सेचुरटेड फैट बैड कोलस्ट्रोल बढ़ाता है जिससे दिल के दौर का खतरा बढ़ता है। ऐसी तकनीकें हैं जिनसे इसे कम कर सकते हैं, पर तेल कंपनियों को भारी निवेश करना पड़ेगा। पेज 12 भी देखें2004 से ट्रांस फैट पर नियम बनाने की प्रक्रिया शुरू हुई. पर अभी तक नहीं हुआ कोई फैसला. सुनीता नारायणड्ढr ट्रांस फैट हमारी डेंजर सूची में, सीएसई की रिपोर्ट का अध्ययन होगा और उद्योग जगत से भी आंकड़े जुटाएंगे. सबसे पहले लेबलिंग प्रक्रिया को मजबूत व पारदर्शी बनाएंगे फिर और कदम उठाए जाएंगे.ड्ढr रामदास, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री

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