रहें कूल-कूल
आजकल पड़ रही भीषम गर्मी में न तो कहीं आसपास जाने का मन करता है और न खाने का। ऐसा भी नहीं कि मानसूनी बारिश की शुरुआत से इस गर्मी का प्रकोप खत्म हो जाएगा। अगस्त तक तो इसका प्रकोप जारी रहेगा ही। ऐसे...
आजकल पड़ रही भीषम गर्मी में न तो कहीं आसपास जाने का मन करता है और न खाने का। ऐसा भी नहीं कि मानसूनी बारिश की शुरुआत से इस गर्मी का प्रकोप खत्म हो जाएगा। अगस्त तक तो इसका प्रकोप जारी रहेगा ही। ऐसे में, खुद को सही सलामत रखने व गर्मी से बचाने के साथ-साथ खानपान पर भी खास ध्यान देनेकी जरूरत है।
-इस चिलचिलाती धूप में खूब पानी पीना चाहिए, यह तो सभी जानते हैं पर यह ध्यान रखना ज्यादा जरूरी है कि पसीने में ज्यादा ठंडा पानी कतई न पीएं। ड्राईफ्रूट का सेवन कम कर ताजे फलों का सेवन करना बेहतर होगा।
-तुलसी के पत्ते को शीतल पेय में मिलाकर पीने से शरीर पर अनुकूल बेहतर प्रभाव पड़ेगा।
-इन दिनों नींबू पानी, नारियल पानी, कोल्ड मिल्क या कोल्ड कॉफी का सेवन करना ठीक रहता है ताकि पसीने के रूप में निकला शरीर का पानी वापस बनता रहे। अधिक तापमान होने के कारण हमारा शरीर पसीने के रूप में सोडियम अधिक छोड़ता है। इसलिए चाहे खेलने जाओ या कहीं घूमने या घर में ही रहें, पानी की बोतल हमेशा पास रखें, प्यास न लगने पर भी पानी पीते रहना बेहतर है।
-शरीर को जरूरी पोषक तत्व प्रदान करने वाले फलों के अलावा खाने में ऐसी सब्जियों को भी शामिल करना चाहिए , जिसमें पानी की मात्र अधिक पाई जाती है जैसे संतरा, टमाटर, खीरा, ककड़ी और प्याज को अपनी गर्मियों की खुराक में अधिक इस्तेमाल किया जाना चाहिए। ये शरीर को नम रखने के साथ बढ़ते टेम्परेचर को भी नियंत्रित करते हैं।
पर इन दिनों कार्बोनेटेड, कैफीन, एल्कोहलिक पेय पदार्थ व हाई शुगर लेवल वाली चीजों का सेवन करने से परहेज करना चाहिए क्योंकि इनमें प्रिजर्वेटिव कलर्स होते हैं जो यूरिन के जरिए शरीर के पानी और तरल पदार्थ निकाल देते हैं।
कई सॉफ्ट ड्रिंक्स में डाइल्युटेड फास्फोरिक एसिड भी होता है, जो डाइजेस्टिव ट्रैक्ट के भीतरी हिस्से को नुकसान पहुंचाने के साथ इसके कार्य को भी प्रभावित करता है। साथ ही, रक्त में फास्फोरस का स्तर भी बढ़ाता है। इससे शरीर में मिनरल लेवल भी इतना कम हो सकता है कि एन्जाइम्स भी सही ढंग से कार्य नहीं करते, जिससे बदहजमी होती है।
-इन दिनों फास्ट फूड और जंक फूड से परहेज करना बेहतर है। मसालेदार, तली-भुनी चीजें और गरिष्ठ भोजन को भी कम करना उचित होगा। साफ-सुथरी जगह पर रहें व खाते समय हाइजिन लेवल का पूरा ख्याल रखें।