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कोर्ट में भिड़े पुलिस-पत्रकार

माफिया बबलू श्रीवास्तव की बाइट लेने को लेकर पुलिस और इलेक्ट्रानिक मीडिया के नुमाइन्दों के बीच झड़प हो गई। पत्रकारों को खदेड़ने के लिए पुलिस ने बल प्रयोग किया और उनके साथ धक्का मुक्की की। जिससे कुछ...

 कोर्ट में भिड़े पुलिस-पत्रकार
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 15 Mar 2009 01:00 PM
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माफिया बबलू श्रीवास्तव की बाइट लेने को लेकर पुलिस और इलेक्ट्रानिक मीडिया के नुमाइन्दों के बीच झड़प हो गई। पत्रकारों को खदेड़ने के लिए पुलिस ने बल प्रयोग किया और उनके साथ धक्का मुक्की की। जिससे कुछ पत्रकारों को चोटें आ गई। कुछ के कैमरे टूट गए। बिफरे पत्रकार कैबिनेट सेक्रेटरी शंशाक शेखर सिंह के पास पहुँचे। राज्य सरकार ने मामले को गम्भीरता से लेते हुए एएसपी पश्चिमी परेश पाण्डेय का तबादला कर दिया। उधर लविवि परिसर में शुक्रवार को छात्रों की बाइट लेने गए पत्रकार से बदसलूकी करने वाले निरालानगर चौकीप्रभारी सभाजीत सिंह को लाइनहाजिर कर दिया गया। इन दोनों मामलों की जाँच मण्डलायुक्त लखनऊ को सौंप दी।ड्ढr माफिया बबलू को शुक्रवार को सीबीआई के विशेष न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रेम प्रकाश की अदालत में लाया गया था। उस पर हमले की खुफिया रिपोर्ट थी, लिहाजा पुलिस ने बबलू को कैसरबाग कोतवाली में रखा। इस बीच पत्रकारों को ‘सूत्रों’ ने खबर दी कि बबलू लोस का चुनाव लड़ेगा। लिहाजा इलेक्ट्रानिक मीडिया के कुछ पत्रकार बाइट लेने कैसरबाग कोतवाली पहुँच गए। पत्रकारों के पीछे-पीछे बबलू के समर्थक भी कोतवाली में घुस गए। पुलिस ने जब उन्हें टोका तो कुछ ने खुद के मीडिया कर्मी होने का दावा किया। मगर, असलियत सामने आते ही पुलिस ने उन्हें कोतवाली से बाहर करने का प्रयास किया। नोंकझोंक शुरू हो गई।ड्ढr पुलिस का यह गुस्सा कुछ पत्रकारों पर भी उतर गया। यहाँ किसी तरह स्थिति संभल गई पर जब बबलू को लेकर पुलिस सीबीआई कोर्ट पहुँची तो मीडिया कर्मी कोर्ट के बाहर ही बबलू से बात करने की कोशिश करने लगे। इस पर पुलिस अफसर उग्र हो गए। नौबत हाथापाई तक आ गई। एएसपी (पश्चिमी) परेश पाण्डेय ने कई लोगों को दौड़ा लिया। बस पुलिस ने लाठीचार्ज शुरू कर दिया। जिसमें कई पत्रकारों को चोट आ गई। कैमरे टूट गए। इसके बाद पत्रकार एकाुट हो गए। एसएसपी एनके श्रीवास्तव, एसएसपी लॉ एण्ड आर्डर रघुवीर लाल समेत कई मौके पर अधिकारी वहाँ पहुँचे। श्री श्रीवास्तव ने मीडिया को शान्त कराने की काफी कोशिश की। लेकिन बिफर पत्रकार कैबिनेट सेक्रेट्री के यहांँ पहुँच गए। इसी बीच कई राजनैतिक संगठनों ने पत्रकारों पर हमले की निंदा की है। उधर, अदालत में बबलू के खिलाफ चल रहे मुकदमे के गवाह व विवेचक पृथ्वी सिंह की गवाही हुई। बबलू के वकील एचए अल्वी ने बबलू क ो उसके दोस्त रांीत बहादुर श्रीवास्तव के पुत्र के तिलक में शामिल होने के लिए बाराबंकी भेजे जाने की इजाजत मांगी जिसे मंजूर कर लिया गया।

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