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छोटा बच्चा जान के हमको..

बच्चे भगवान का रूप होते हैं, इसलिए हमारा उद्देश्य बच्चों का सर्वागीण विकास होना चाहिए। बच्चों के विकास के लिए हम सबको नि:स्वार्थ रूप से प्रयास करना चाहिए। यह बातें निर्मला कालेज की मदर सुपीरियर...

 छोटा बच्चा जान के हमको..
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 15 Mar 2009 01:00 PM
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बच्चे भगवान का रूप होते हैं, इसलिए हमारा उद्देश्य बच्चों का सर्वागीण विकास होना चाहिए। बच्चों के विकास के लिए हम सबको नि:स्वार्थ रूप से प्रयास करना चाहिए। यह बातें निर्मला कालेज की मदर सुपीरियर सिस्टर बर्नाडीन ने कही। वह सोमवार को ऑक्सफोर्ड नर्सरी स्कूल के वार्षिकोत्सव पर आयोजित समारोह में बोल रही थीं। सिस्टर ने कहा कि यदि हम सब मिलकर प्रयास करंगे, तो कोई भी बच्चा शिक्षा पाने से वंचित नहीं रहेगा।ड्ढr स्कूल की प्राचार्या श्रीमती डी रमणी ने कहा कि शिक्षा के विकास के लक्ष्य तक पहुंचने के लिए सबका सहयोग जरूरी है। मौके पर स्कूल के छोटे-छोटे बच्चों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किये। आकर्षक और मोहक कार्यक्रम पेश कर बच्चों ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा दिया।ड्ढr सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरुआत स्वागत गान से हुई। इसके बाद बच्चों ने बांग्ला नृत्य ‘फागुन नेरो मोह नाई’ पेश किये। बेबी प्री नर्सरी के बच्चों ने ‘बम-बम बोले, मस्ती में डोले’ और प्री नर्सरी के बच्चों ने ‘छोटा बच्चा जान के हमको न समझाना र.’ जसे गीतों पर डांस पेश कर सबका मन मोह लिया। बच्चों ने पर्यावरण संरक्षण की महत्ता, अंधेर नगरी चौपट राजा नामक नाटक और विविधता में एकता नाटिका का प्रभावपूर्ण मंचन किया। देशभक्ित गीत ‘देश रंगीला पर ’ बच्चों की प्रस्तुति मोहक रही। कार्यक्रम के अंत में विविध प्रतियोगिताओं के बच्चों को पुरस्कृत किया गया।ड्ढr मौके पर विद्यालय के निदेशक डा. एसबीपी मेहता, उप-प्राचार्य एके सिंह, श्रीमती रश्मि बक्शी सहित बच्चों के अभिभावक मौजूद थे। ं

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