बिंद्रा की उपलब्धि भारतीय खेलों में सर्वश्रेष्ठ आंकी गई
भारत की तरफ से पहला व्यक्तिगत ओलंपिक स्वर्ण पदक जीतने वाले राइफल निशानेबाज अभिनव बिंद्रा की बीजिंग ओलंपिक 2008 में हासिल की इस उपलब्धि को आल स्पोटर्स पत्रिका ने भारतीय खेलों की अब तक की सबसे बड़ी...
भारत की तरफ से पहला व्यक्तिगत ओलंपिक स्वर्ण पदक जीतने वाले राइफल निशानेबाज अभिनव बिंद्रा की बीजिंग ओलंपिक 2008 में हासिल की इस उपलब्धि को आल स्पोटर्स पत्रिका ने भारतीय खेलों की अब तक की सबसे बड़ी उपलब्धि करार दिया है।
पत्रिका ने अप्रैल 2010 के अपने तीसरे वार्षिकांक में शतरंज खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद को देश का सर्वकालिक सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी करार दिया है। पत्रिका ने मीडिया विज्ञप्ति में कहा कि आनंद को यह सम्मान उनके विभिन्न प्रारूपों में तीन विश्व शतरंज चैंपियनशिप तथा कई अन्य एलीट डिवीजन के टूर्नामेंट जीतने तथा देश में अकेल ही शतरंज क्रांति लाने के लिए दिया गया।
शतरंज के इस महान खिलाड़ी ने इस सम्मान की दौड़ में शामिल अन्य हस्तियों जैसे ध्यानचंद, सुनील गावस्कर, कपिल देव, गीत सेठी, सचिन तेंदुलकर, अनिल कुंबले आदि को पीछे छोड़ा। आश्चर्यजनक बात यह है कि पत्रिका की ज्यूरी ने तेंदुलकर की उपलब्धियों को शीर्ष दस की सूची में शामिल नहीं किया है।
पत्रिका के हिसाब से भारत की खेलों के क्षेत्र में दस बड़ी उपलब्धियां इस प्रकार हैं -
1. अभिनव बिंद्रा का बीजिंग ओलंपिक की निशानेबाजी स्पर्धा में व्यक्तिगत स्वर्ण पदक।
2. कपिल देव की टीम का 1983 विश्व कप में चैंपियन बनना।
3. ध्यानचंद की अगुवाई में 1936 बर्लिन ओलंपिक हाकी स्पर्धा में स्वर्णिम अभियान।
4. विश्वनाथन आनंद की 2007 (टूर्नामेंट) और 2008 (मैच प्ले) फिडे विश्व शतरंज चैंपियनशिप में चैंपियन बनना।
5. विल्सन जान का 1958 में कोलकाता में विश्व एमेच्योर बिलियडर्स
चैंपियनशिप में विजेता बनना।
6. प्रकाश पादुकोण का 1980 में आल इंग्लैंड बैडमिंटन चैंपियन बनना।
7. लिएंडर पेस का अटलांटा ओलंपिक 1996 की टेनिस स्पर्धा के एकल का कांस्य पदक जीतना।
8. मिल्खा सिंह का रोम ओलंपिक 1960 में 400 मीटर दौड़ में चौथे स्थान पर रहना।
9. मोहन बागान की 1911 में आईएफए शील्ड फाइनल में ईस्ट यार्कशर रेजीमेंट पर 2-1 की सनसनीखेज जीत।
10. अजित वाडेकर की अगुवाई में भारतीय क्रिकेट टीम का 1971 में वेस्टइंडीज और इंग्लैंड में सीरीज जीतना।