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औद्योगिक इकाइयां भी होंगी हरी-भरी

औद्योगिक इकाइयों का दस फीसदी क्षेत्र हरा-भरा होगा। राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने प्रदूषण की रोकथाम के मद्देनजर औद्योगिक इकाइयों में ग्रीन एरिया निश्चित का निर्णय लिया है। पहले चरण में इसे बड़ी और...

औद्योगिक इकाइयां भी होंगी हरी-भरी
लाइव हिन्दुस्तान टीमTue, 13 Apr 2010 08:29 PM
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औद्योगिक इकाइयों का दस फीसदी क्षेत्र हरा-भरा होगा। राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने प्रदूषण की रोकथाम के मद्देनजर औद्योगिक इकाइयों में ग्रीन एरिया निश्चित का निर्णय लिया है। पहले चरण में इसे बड़ी और मझली इकाइयों पर सख्ती से लागू किया जाएगा।


राज्य नियंत्रण बोर्ड कोर्ट के आदेश पर फरीदाबाद में अधिक से अधिक पौधारोपण करवाने की योजना बनाई है। इसके लिए सबसे पहले औद्योगिक इकाइयों में ग्रीन एरिये की जांच होगी। बड़े और मंझले उद्योगों को दस फीसदी क्षेत्र हरा-भरा करना होगा। बोर्ड वन विभाग के माध्यम से औद्योगिक इकाइयों में पीपल, नीम के पौधो के अलावा अन्य छोटे-छायादार पौधे लगवाएगा। इससे पहले इस संबंध में शहर के औद्योगिक संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर इसके लिए जागरुकता अभियान भी चलाया जाएगा।


फरीदाबाद देश के दस प्रदूषित शहरों में शुमार है। टेक्सटाइल्स, डाइंग, इलेक्ट्रोप्लेटिंग औद्योगिक इकाईयों से फरीदाबाद का प्रदूषण स्तर खतरनाक स्तर तक पहुंच गया है। हाईवे नंबर दो पर दौड़ने वाली असंख्य वाहनों से भी फरीदाबाद डेंजर जोन में आ गया है।

आदेश का पालन करने में कई पेंच
बोर्ड के इस नियम का पालन करने में कई पेंच हैं। छोटी कंपनियों में ग्रीनी के लिए जगह नहीं है। कई बड़ी कंपनियों में भी इस नियम का इमानदारी के साथ पालन नहीं किया गया है। पहले जबकि मंझाेले उद्योगों में भी ग्रीन एरिए की जगह कंस्ट्रकशन की गई है। इकाइयों में खाली जगह नहीं है। लगभग सभी औद्योगिक क्षेत्रों में अवैध कब्जे हैं। जहां पेड़ पौधे होने चाहिए वहां अवैध कब्जे हैं।


उमाशंकर, क्षेत्रीय अधिकारी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड: बढ़ते प्रदूषण के मद्देनजर औद्योगिक इकाइयों में विभाग ने ग्रीन एरिया बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। इसे जल्द ही चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा। पहले चरण में बड़े और मंझले उद्योगों में ग्रीन एरिये का निरीक्षण किया जाएगा।


रमणीक प्रभाकर, महासचिव मेन्यूफेक्चर्स एसोसिएशन:प्रदूषण के मद्देनजर सरकार का यह बढ़िया कदम है। बड़ी कंपनियों में पहले से ही हरियाली है। लघु उद्योगों में जगह नहीं है। मध्यम उद्योगों में इसे लागू किया जा सकता है।
औद्योगिक परिदृश्य पर एक नजर
बड़े व मंङोले उद्योग करीब-550
लघु उद्योग करीब-19300
बहुउद्देश्यीय कंपनियां-16
एसओएस प्रमाणि कंपनियां-3000
निर्यातक कंपनियां-350
औद्योगिक क्षेत्र में प्रदूषण पर एक नजर
फरीदाबाद            31 मार्च 10           निर्धारित स्तर
एसपीएम               389                100   
आरएसपीएम           179                  60
एसओ टू               19                    80
एनओ टू               23                    80

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