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जामिया में नहीं होगी बीए पास की पढ़ाई

अब जामिया मिल्लिया इस्लामिया में बैचलर ऑफ आर्ट जनरल (बीए पास) कोर्स की पढ़ाई नहीं होगी। यही नहीं विश्वविद्यालय ने कॉमर्स विभाग के तहत कराए जाने वाले बैचलर इन इंटरनेशनल बिजनेस फाइनेंस (बीआईबीएफ) को भी...

जामिया में नहीं होगी बीए पास की पढ़ाई
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 11 Apr 2010 11:28 AM
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अब जामिया मिल्लिया इस्लामिया में बैचलर ऑफ आर्ट जनरल (बीए पास) कोर्स की पढ़ाई नहीं होगी। यही नहीं विश्वविद्यालय ने कॉमर्स विभाग के तहत कराए जाने वाले बैचलर इन इंटरनेशनल बिजनेस फाइनेंस (बीआईबीएफ) को भी हटाने का निर्णय लिया गया है। इसके अलावा इसी विभाग के दो प्रमुख पाठय़क्रम बैचलर ऑफ बिजनेस स्टडीज (बीबीएस) और मास्टर इन इंटरनेशनल बिजनेस (एमआईबी) को सेंटर फॉर मैनेजमेंट स्टडीज(सीएमएस) के हवाले कर दिया गया है।

विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक अप्रैल में हुई एग्जीक्यूटिव काउंसिल की बैठक में ये फैसला लिया गया। पाठय़क्रमों को बाहर करने और ट्रांसफर के फैसले नए शैक्षणिक सत्र से ही लागू होंगे। वहीं जामिया में बीए पास कोर्स और बीआईबीएफ को हटाने के फैसले से विश्वविद्यालय के शिक्षकों में निराशा है। शिक्षकों का मानना है कि विश्वविद्यालय में जहां नए पाठ्यक्रम शुरू करने की जरूरत है तो यहां के अधिकारी पहले से ही चल रहे कोर्स को बंद कर नई रीति अपना रहे हैं।

गौरतलब है कि बीए पास कोर्स पिछले तीस-चालीस वर्ष से कराया जा रहा है, ऐसे में कई एग्जीक्यूटिव काउंसिल के सदस्य भी इस फैसले से नाखुश हैं। इस पाठ्यक्रम की तकरीबन 2000 सीटें है। कॉमर्स विभाग के बीआईबीएफ को सत्र 2010-11 के लिए बाहर कर दिया गया है। यूनिवर्सिटी को इस पाठ्यक्रम की करीब 40 सीटों के लिए पिछले साल 4 हजार आवेदन आए थे। सूत्रों का कहना है बीआईबीएफ को पर्याप्त इंफ्रास्ट्रक्चर और शिक्षकों की कमी के चलते एकेडमिक कैलेंडर से एक साल के लिए बाहर कर दिया गया है। वहीं इसी विभाग के बीबीएस और एमआईबी को सीएमएस विभाग में ट्रांसफर कर दिया गया है। इससे सीएमएस विभाग के शिक्षकों पर काम का बोझ बढ़ना जायज है। जामिया टीचर्स एसोसिएशन के सचिव तबरेज आलम का कहना है कि पुराने कोर्स को बंद करने का कोई मतलब नहीं है। इस फैसले के हम एकदम खिलाफ है क्योंकि ये निर्णय छात्रों के हित में नहीं है।

छात्रों को झटका

बीआईबीएफ को भी हटाया गया 
बीबीएस और एमआईबी सीएमएस के हवाले कर दिए गए हैं

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