देश भर में एक जैसी होगी पैरा मेडिकल शिक्षा की पढ़ाई
केंद्र सरकार ने पैरा मेडिकल शिक्षा का स्तर ऊंचा करने की कवायद शुरू कर दी है। इसके लिए देश भर में पैरा मेडिकल संस्थानों की गुणवत्ता को सुधारने और उनके कोर्स को एक समान रूप से करने की योजना है।...
केंद्र सरकार ने पैरा मेडिकल शिक्षा का स्तर ऊंचा करने की कवायद शुरू कर दी है। इसके लिए देश भर में पैरा मेडिकल संस्थानों की गुणवत्ता को सुधारने और उनके कोर्स को एक समान रूप से करने की योजना है। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रलय ने देश के सभी राज्यों से उनके यहां पर चल रहे पैरा मेडिकल के कोर्स कराने वाले कालेजों व संस्थानों के बारे में जानकारी मांगी है।
मंत्रालय के सचिव की तरफ से भेजी गई चिट्ठी में कहा गया है कि वे यह बताएं कि इन संस्थानों में किस तरह की पढ़ाई दी जा रही है। क्या पैरा मेडिकल स्तर के संस्थानों को सरकार भी किस तरह क मदद दे रही है। या खुद उन्होंने अपने स्तर पर ही उन्हें शुरु किया है। इनकी संख्या भी बताने को कहा गया है। क्या क्या जानकारी देना है इसे एक प्रोफार्मा में देने की बात कही गई है।
केंद्र ने अपनी चिट्ठी में कहा है कि देश को आने वाले समय में अच्छे और प्रशिक्षित पैरा मेडिकल स्टाफ चाहिए। लोगों को बेहतर चिकित्सासुविधा उपलब्ध कराने में उनका अहम योगदान है। इसके लिए जरूरी है कि इनका पढ़ाई व कोर्स का स्तर अच्छा हो और समय के साथ चल सके।
चिकित्सा संस्थानों को भी आने वाले समय में पैरा मेडिकल स्टाफ की बड़ी संख्या में जरूरत होगी। इसके लिए राष्ट्रीय स्तर पर पहल करने की जरूरत है। राज्यों से सुझाव भी मांगे गए हैं। गौरतलब है कि डिप्लोमा इन नर्सिग, रेडियोलजिस्ट असिस्टेंट, डेंटल मैकेनिक, डेंटल हाइजिनिस्ट व लेबोरेटरीज टेक्निशियन आदि के पैरा मेडिकल कोर्स संस्थानों में कराए जा रहे हैं। पैरा मेडिकल स्टाफ में फिजियोथेरेपिस्ट व थेरेपस्ट्सि भी शामिल हैं। अलग अलग संस्थानों में इनके बारे में डिप्लोमा व डिग्री कोर्स कराए जाते हैं।