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हवाई शक्ति का इस्तेमाल नहीं, अभियान में कमी रही: गृह-सचिव

केंद्र ने नक्सलियों के खिलाफ संघर्ष में हवाई ताकत का इस्तेमाल करने से इंकार किया और माना कि अभियानों में कुछ नाकामी के चलते छत्तीसगढ़ में मंगलवार को 74 जवानों की मौत हो गई। गृह सचिव जी़क़े पिल्लै ने...

हवाई शक्ति का इस्तेमाल नहीं, अभियान में कमी रही: गृह-सचिव
एजेंसीWed, 07 Apr 2010 01:47 AM
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केंद्र ने नक्सलियों के खिलाफ संघर्ष में हवाई ताकत का इस्तेमाल करने से इंकार किया और माना कि अभियानों में कुछ नाकामी के चलते छत्तीसगढ़ में मंगलवार को 74 जवानों की मौत हो गई।

गृह सचिव जी़क़े पिल्लै ने यहां संवाददाताओं से कहा कि मुझे नहीं लगता कि इस वक्त नक्सल रोधी अभियान में हवाई शक्ति के इस्तेमाल की जरूरत है। हमारे पास जो है, हम उससे संभाल सकते हैं।

हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया कि सैनिकों को बचाने और उन्हें लाने ले जाने के लिए ही हवाई शक्ति का इस्तेमाल किया जाएगा।

गृह सचिव ने एक संक्षिप्त बयान में कहा कि अभियान में कुछ नाकामी रही।

उन्होंने कहा कि प्रारंभिक खबरों में संकेत मिलता है कि भाकपा माओवादी ने आसपास के इलाकों में प्रेशर बम लगाये थे, जहां सुरक्षा बल आ सकते थे। इसके नतीजतन बड़ी संख्या में जवान हताहत हुए।

पिल्लै ने कहा कि अभियान में भाग लेने वाले सभी 82 जवानों के बारे में पता चल गया है और माओवादियों ने किसी को कब्जे में नहीं लिया है।

उन्होंने माओवादियों को हत्यारा करार देते हुए कहा कि सरकार मजबूती से दृढ़ है और योजनाबद्ध तरीके से माओवादियों से निपटना जारी रहेगा।

गृह सचिव ने कहा कि दो दिन के अभियान के बाद आज सुबह जब सीआरपीएफ के जवान अपने आधार शिविर में लौट रहे थे तो शिविर से केवल चार किलोमीटर दूर उन पर गोलीबारी की गयी।

उन्होंने कहा कि अभी तक एक उप कमांडेंट और एक सहायक कमांडेंट तथा राज्य पुलिस के एक हैड कांस्टेबल समेत सीआरपीएफ के 74 जवान मारे गये हैं। सात घायलों को जगदलपुर ले जाया गया है।

उन्होंने कहा कि घायल जवानों को लाने के लिए भेजे गये एक हेलीकॉप्टर पर भी माओवादियों ने गोलीबारी की।

पिल्लै ने कहा कि माओवादी समस्या से निपटने का केंद्र सरकार का संकल्प इस घटना के बाद और मजबूत हुआ है।

उन्होंने कहा कि मैं इस समय यही कह सकता हूं कि हमारा संकल्प दृढ़ है और आगामी दिनों और महीनों में हम हत्यारों को और अधिक दढ़ता से जवाब देंगे।

गृह सचिव ने कहा कि सीआरपीएफ महानिदेशक, डीजीपी छत्तीसगढ़, गृह सचिव छत्तीसगढ़, केंद्रीय गृह मंत्रालय के संयुक्त सचिव नक्सल प्रबंधन समेत अधिकारियों का एक उच्चस्तरीय दल पहले ही घटनास्थल पर पहुंच चुका है।

पिल्लै ने कहा कि शवों को दिल्ली लाने के लिए एक एएऩ 32 विमान भेजा गया है।

घटना को खेदजनक बताते हुए उन्होंने हमले में शहीद हुए जवानों के प्रति संवेदना प्रकट की।

पिल्लै ने कहा कि गृह मंत्रालय ने अपने पहले एक विज्ञापन में संकेत दिया था कि माओवादी और कुछ नहीं बल्कि हत्यारे हैं।

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