इन चेहरों ने किया शहर के कॉलेजों का नाम रौशन
अजय रत्रा, एनआईटी वन, पूर्व विकेटकीपर भारतीय क्रिकेट टीम: नेहरू कॉलेज में दो साल तक बीकॉम की पढ़ाई की। इसके बाद दिल्ली विश्वविद्यालय शिफ्ट कर गए। 2001 में एडमिशन कराया था। बदलते वक्त के साथ उच्च...
अजय रत्रा, एनआईटी वन, पूर्व विकेटकीपर भारतीय क्रिकेट टीम: नेहरू कॉलेज में दो साल तक बीकॉम की पढ़ाई की। इसके बाद दिल्ली विश्वविद्यालय शिफ्ट कर गए। 2001 में एडमिशन कराया था। बदलते वक्त के साथ उच्च शिक्षा के मामले में दिल्ली या अन्य प्रांतों की ओर पहले की तरह बड़ी संख्या में पढ़ाई के लिए छात्रों का जाना रुका है। रात्रा कहते हैं कि सात आठ साल में फरीदाबाद ने शिक्षण क्षेत्र में काफी प्रगति हासिल की है। यह सुखद है।
नफीसा खान एसजीएम नगर, फिल्म अभिनेत्री: डीएवी कॉलेज से कला में स्नातक किया। स्कूली पढ़ाई गवर्नमेंट गर्ल्स स्कूल में हुई। डीएवी में पढ़ाई के साथ सांस्कृतिक गतिविधियों में बेहतर प्लेटफार्म मिला है। वे कहती हैं कि अभिनय की शुरूआत कॉलेज से ही शुरू हुई। औद्योगिक के साथ अब फरीदाबाद को शिक्षा हब के रुप में देखा जा रहा है। बदलते वक्त के साथ पढ़ाई के मामले में यह बदलाव छात्रों का भविष्य सुधारेगा।
महिमा बख्शी, सेक्टर 9, मॉडल: मानव रचना डीम्ड यूनिवर्सिटी से फिजियोथैरिपी अंतिम वर्ष की छात्र है। कम समय ही मॉडलिंग की दुनिया में अलग पहचान बनाई है। वे कहती हैं कि पहले उच्च शिक्षा के लिए दिल्ली की ओर देखना पड़ता था। अब ऐसा नहीं है। यहां निजी और सरकारी स्तर पर कई बेहतर तकनीकी और व्यवसायिक शिक्षण संस्थान खुले हैं।
हिमानी कपूर, सेक्टर 29, गायिका: नेहरू कॉलेज इंग्लिश ऑनर्स द्वितीय वर्ष की छात्रा हैं। स्नातक करने के लिए फरीदाबाद को ही चुना। दो साल पहले नेहरू कॉलेज में एडमिशन लिया। वे कहती हैं कि दिल्ली की तरह ही यहां बेहतर शिक्षा का माहौल बना है। इसे देखते हुए यहां एडमिशन मिला। पिछले कुछ सालों में शिक्षा के क्षेत्र में काफी बदलाव आया है।
नेहा राठी, स्प्रिंग फील्ड, रेसलर: अंतराष्ट्रीय स्तर की रेसलर हैं। गवर्नमेंट गर्ल्स कॉलेज से बीए और एमए इंग्लिश में किया है। कॉलेज ही पहला प्लैटफार्म बना। आज कई अंतरराष्ट्रीय पदक झोली में हैं। वे कहती हैं कि खेलकूद के साथ पढ़ाई भी जरूरी है। यहां के कॉलेज दिल्ली से कम नहीं।
विजय यादव, पूर्व भारतीय विकेटकीपर: नेहरू कॉलेज से स्नातक किया है। भारतीय क्रिकेट टीम के विकेटकीपर रहे हैं। वर्तमान में उभरते प्रतिभावान क्रिकेट खिलाड़ियों को कोचिंग देते हैं। इनके अनुसार फरीदाबाद में शिक्षा का माहौल बदला है। आने वाले समय में इसमें काफी सुधार आएगा। यहां तेजी से नामचीन शिक्षण संस्थान खुल रहे हैं।
श्वेता चौधरी, सेक्टर 28, शूटर: अंतरराष्ट्रीय स्तर की शूटर खिलाड़ी हैं। दिल्ली यूनिवर्सिटी से स्नातक किया। अब पंडित जवाहरलाल नेहरू कॉलेज से एमए इंग्लिश कर रही हैं। वे कहती हैं कि अब फरीदाबाद का माहौल भी बदल रहा है। शिक्षा के क्षेत्र में दिल्ली से कदमताल कर रहा है। स्नातक और स्नातकोत्तर स्तर पर बेहतर पढ़ाई की व्यवस्था है।
गगन नारंग, शूटर: शूटिंग में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने वाले नारंग एमआर यूनिवर्सिटी से एमबीए कर रहे हैं। कुछ ही समय में एमआर ने शिक्षा के क्षेत्र में अलग मुकाम बनाया है। हाल में नारंग ने कामनवेल्थ गेम्स चैंपियनशिप में कई स्वर्ण पदक जीते। पिछली साल शूटिंग में विश्व रिकॉर्ड भी बनाया।