तानाशाही शासन को पश्चिम के समर्थन पर बरसे अलबरदेई
अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के पूर्व प्रमुख मोहम्मद अलबरदेई ने चेतावनी दी है कि मध्य पूर्व में तानाशाही शासकों को पश्चिम के समर्थन से इस्लामी कट्टरपंथ को बढ़ावा मिलने का खतरा है। अलबरदेई ने...
अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के पूर्व प्रमुख मोहम्मद अलबरदेई ने चेतावनी दी है कि मध्य पूर्व में तानाशाही शासकों को पश्चिम के समर्थन से इस्लामी कट्टरपंथ को बढ़ावा मिलने का खतरा है।
अलबरदेई ने गार्जियन समाचारपत्र को दिए साक्षात्कार में कहा कि इस नीति का दोबारा से मूल्यांकन करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि यह विचार कि तानाशाही शासकों का एकमात्र विकल्प ओसामा बिन लादेन और कंपनी है तो यह गलत होगा, लेकिन पश्चिम की यह नीति जारी रही तो यह भविष्यवाणी सही साबित हो जाएगी।
वर्ष 2009 के अंत तक अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के अध्यक्ष का पद संभालने वाले अलबरदेई ने कहा कि वह अरब जगत में बढ़ते कट्टरवाद को देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोग अपनी खुद की सरकारों द्वारा दमित महसूस कर रहे हैं। वे महसूस कर रहे हैं कि बाहरी जगत उनके साथ गलत तरीके से पेश आ रहा है। वे सुबह जगते हैं तो देखते हैं कि लोग मारे जा रहे हैं, जिनमें अफगानिस्तान, इराक , सोमालिया, सूडान और दारफुर के मुस्लिम शामिल हैं।
अलबरदेई ने कहा कि क्षेत्र में पश्चिमी नीति पूरी तरह विफल साबित हुई है। वह परमाणु एजेंसी के प्रमुख का पद छोड़ने के बाद फरवरी में ही काहिरा लौटे हैं।