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नौजवानों के लिए है ‘लाहौर’ नफीसा अली

‘लाइफ इन ए मेट्रो’ के काफी समय के बाद आपकी ‘लाहौर’ से वापसी हो रही है। कैसा महसूस कर रही हैं आप ? बहुत ही अच्छा लग रहा है। जहां एक ओर खुशी है कि मेरी फिल्म प्रदर्शित होने को...

नौजवानों के लिए है ‘लाहौर’ नफीसा अली
लाइव हिन्दुस्तान टीमTue, 16 Mar 2010 05:01 PM
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‘लाइफ इन ए मेट्रो’ के काफी समय के बाद आपकी ‘लाहौर’ से वापसी हो रही है। कैसा महसूस कर रही हैं आप ?

बहुत ही अच्छा लग रहा है। जहां एक ओर खुशी है कि मेरी फिल्म प्रदर्शित होने को तैयार है, वहीं दूसरी ओर यह सोच कर बेहद उत्साहित हो रही हूं कि मेरी वापसी ‘लाहौर’ से हो रही है। वाकई यह बेहद उम्दा विषय वाली फिल्म है, जो यकीनन दर्शकों के दिलों को छूएगी।

इस फिल्म में आपका किरदार क्या है ?

(हंसते हुए) हमेशा की तरह मां का। इस फिल्म में मैं दो भारतीय किक बॉक्सिंग खिलाड़ियों की मां बनी हूं। वैसे यदि यह कहूं कि मेरा किरदार इस फिल्म में काफी दमदार है तो कुछ गलत नहीं होगा।

इस फिल्म में ऐसी क्या खास बात है, जिसकी वजह से इसमें काम करना आपने मंजूर किया?

मैं आपको एक बात स्पष्ट कर दूं कि मैं सिर्फ वही फिल्में करती हूं, जो एक बेहतर सामाजिक संदेश देने में कामयाब हों। और वैसे भी मैं खुद भी एक नेशनल चैंपियन रह चुकी हूं। साथ ही मुझे मां बनना बेहद पसंद है। ‘गुजारिश’ में भी मैं ऋतिक की मां के किरदार में नजर आऊंगी। इसके साथ ही इस फिल्म में वास्तविकता है, जिससे मैं अपने आप को रोक नहीं पायी।

संक्षिप्त में इस फिल्म के बारे में बताएं?

साईं ओम फिल्म प्र लि प्रोडक्शन के बैनर तले व विवेक खटकड एवं जे एस राना द्वारा निर्मित फिल्म ‘लाहौर’ की कहानी किक बॉक्सिंग खेल पर आधारित है। इसमें खिलाड़ियों, मैनेजमेंट, ब्यूरोक्रेट व अन्य उच्च अधिकारियों के बीच कई तरह की गहमागहमी दर्शायी गई है। यह फिल्म सही मायने में देश प्रेम के जज्बे को दर्शाती है। इसकी कहानी एक भारतीय विरेंद्र सिंह (अन्नाहाद) के इर्द-गिर्द घूमती है, जिसके मन में काफी समय से बदले की भावना पनप रही है और वह उन्हें पूरा करके अपनी खोयी इज्जत को वापस पाना चाहता है। अब देखना यह है कि क्या वह अपने देश के सम्मान के साथ-साथ अपने एक बुरे लम्हे का बदला लेगा, जिसने उसकी जिंदगी ही बदल दी और वह भी हमेशा के लिए। संपूर्ण भारत में यह फिल्म 19 मार्च, 2010 को प्रदर्शित होगी।

इस फिल्म की खास बात क्या है?

इसकी सबसे खास बात यही है कि यह किक बॉक्सिंग पर है। मुझे पूरी उम्मीद है कि यह फिल्म देखने के बाद युवाओं में किक बॉक्सिंग के प्रति जागरूकता पैदा होगी। मैं यकीनन कह सकती हूं कि आपने किक बॉक्सिंग पर आधारित ऐसी कोई फिल्म पहले नहीं देखी होगी। इसके अलावा इस फिल्म ने तमाम अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार भी जीते हैं।

यह फिल्म आईपीएल मैच के दौरान प्रदर्शित होगी। ऐसे में आप बताइए कि दर्शकों को यह फिल्म क्यों देखनी चाहिए ?

मैं एक बात स्पष्ट कर दूं कि चूंकि यह एक उत्कृष्ट फिल्म है, जिसमें बिल्कुल नयापन है, इसलिए दर्शकों को यह फिल्म जरूर देखनी चाहिए। इससे भी महत्त्वपूर्ण बात यह है कि इस फिल्म में आपकी पसंदीदा टीमें (भारत व पाकिस्तान) शामिल हैं, जो अमूमन दर्शकों के बीच कौतूहल पैदा करता है।

आपकी आने वाली और कौन-सी फिल्में हैं?

फिलहाल तो मेरा सारा ध्यान ‘लाहौर’ पर है। इसके अलावा मैं संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘गुजारिश’ में काम कर रही हूं। साथ ही एड्स व टीबी बीमारियों के लिए मेरा एनजीओ का काम मुझे व्यस्त रखता है। इसके अलावा मैं अपने पिताजी की जिंदगी पर एक किताब ‘बस्तर’ भी लिख रही हूं।

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