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मुंबई इंडियंस के खिलाफ शतक खास: यूसुफ

मुंबई इंडियंस के खिलाफ आईपीएल का सबसे तेज शतक जमाने वाले यूसुफ पठान ने अपनी इस पारी को विशेष करार दिया और कहा कि वह भविष्य में भी ऐसी कई पारियां खेलना चाहेंगे।      पठान ने...

मुंबई इंडियंस के खिलाफ शतक खास: यूसुफ
एजेंसीSun, 14 Mar 2010 02:48 PM
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मुंबई इंडियंस के खिलाफ आईपीएल का सबसे तेज शतक जमाने वाले यूसुफ पठान ने अपनी इस पारी को विशेष करार दिया और कहा कि वह भविष्य में भी ऐसी कई पारियां खेलना चाहेंगे।
    
पठान ने संवाददाताओं से कहा कि यह पारी विशेष थी क्योंकि यह मेरा पहला शतक है। मैं ऐसी और पारियां खेलना चाहता हूं जिससे कि जब मैं संन्यास लूं तो मेरा पास ऐसी पारियों की डीवीडी से भरा बैग हो। मैं अच्छा खेल रहा हूं। मैंने घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन किया है। मैं इस फॉर्म को जारी रखना चाहता हूं और अपनी टीम के लिए अधिक से अधिक मैच जीतना चाहता हूं।

यूसुफ की 37 गेंदों पर 100 रनों की पारी के बावजूद राजस्थान रॉयल्स को चार रन से शिकस्त झेलनी पड़ी।
पठान ने कहा कि उन्होंने खुद के आउट होने के बारे में नहीं सोचा था लेकिन फिर भी उन्हें विश्वास था कि टीम लक्ष्य हासिल करने की क्षमता रखती है। मैं अच्छा खेल रहा था, मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं आउट हो जाउंगा और वह भी इस तरीके से। लेकिन मुझे फिर भी लग रहा था कि हमारे पास मैच जीतने का मौका है। दुर्भाग्य से जहीर और मलिंगा ने 19वां और 20वां ओवर काफी अच्छा फेंका।

पठान ने कहा कि अच्छे गेंदबाजी आक्रमण के खिलाफ ऐसी पारी खेलकर उन्हें अतिरिक्त आत्मविश्वास मिला है। विकेट बल्लेबाजी के लिए काफी अच्छी थी और गेंद बल्ले पर आ रही थी। मुझे भरोसा था कि अगर मैं विकेट पर टिकता हूं तो टीम लक्ष्य को हासिल करने के करीब पहुंच जाएगी। अच्छे गेंदबाजी आक्रमण के खिलाफ ऐसी पारी खेलकर मुझे अतिरिक्त आत्मविश्वास मिला।
    
बड़ौदा के इस ऑलराउंडर ने कहा कि उन्हें खुशी है कि राजस्थान रॉयल्स के कप्तान शेन वॉर्न और सचिन तेंदुलकर ने उनकी पारी की तारीफ की। मेरे वापस लौटने के बाद वॉर्न ने कहा कि उन्होंने अपने 21 साल के करियर में कभी ऐसी पारी नहीं देखी। सचिन ने मुझे बधाई दी और इसी तरह खेलते रहने को कहा।
  
यह पूछने पर कि उन्होंने इस पारी का जश्न कैसे मानाया, पठान ने कहा कि यह ऐसी पारी थी जिसे कोई खिलाड़ी अपने जीवन में कभी-कभार ही खेलता है। मैंने इस पारी के लिए अल्लाह को धन्यवाद दिया और इसके बाद नमाज पढ़ी। मैंने अपने परिवार के सदस्यों से बात की। इसके बाद मैंने अपनी टीम के उन साथियों के साथ छोटा सा जश्न मनाया जिनकी पूर्व प्रतिबद्धताएं नहीं थी।
    
यह पूछने पर कि वह घरेलू टूर्नामेंटों और आईपीएल की अपनी सफलता को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में क्यों नहीं दोहरा पाए, इस आक्रामक बल्लेबाज ने कहा कि ऐसा नहीं है कि मैं अंतराष्ट्रीय क्रिकेट में सफल नहीं रहा। मुझे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भी कुछ सफलता मिली है। यहां तक कि आईपीएल भी अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता है क्योंकि इसमें कई अंतरराष्ट्रीय स्टार खेलते हैं।

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