कप्तानी का कोई दबाव नहीं: गंभीर
सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने कहा कि उन पर दिल्ली डेयरडेविल्स का कप्तान होने का दबाव नहीं है और जब वह बल्लेबाजी के लिए क्रीज पर उतरते हैं तो वह किसी भी समय यह नहीं सोचते कि वह टीम का नेतृत्व कर रहे...
सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने कहा कि उन पर दिल्ली डेयरडेविल्स का कप्तान होने का दबाव नहीं है और जब वह बल्लेबाजी के लिए क्रीज पर उतरते हैं तो वह किसी भी समय यह नहीं सोचते कि वह टीम का नेतृत्व कर रहे हैं।
गंभीर ने किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ 72 रन की कप्तानी पारी खेली जिससे डेयरडेविल्स ने बीच में कुछ विषम क्षणों से गुजरने के बावजूद पांच विकेट से जीत दर्ज की।
मैन ऑफ द मैच गंभीर ने मैच के बाद कहा कि मैंने बल्लेबाजी करते समय किसी भी समय नहीं सोचा कि मैं कप्तान हूं। मैं पहले बल्लेबाज हूं और मेरा पहला काम अच्छी बल्लेबाजी करके टीम को लक्ष्य तक पहुंचाना था। किसी एक बल्लेबाज का क्रीज पर टिके रहना जरूरी होता है और आज यह काम मैंने किया।
डेयरडेविल्स को जीत के लिए 143 रनों की जरूरत थी और उसने पांच विकेट पर 146 रन बनाकर जीत दर्ज की जबकि उसने वीरेंद्र सहवाग और तिलकरत्ने दिलशान के विकेट दूसरे ओवर में ही गंवा दिए थे।
गंभीर ने कहा कि जब हमारे तीन विकेट जल्दी गिर गए तो बड़ी पारी की जरूरत थी। हम समझ गए थे कि इस पिच पर खेलना आसान नहीं है और श्रीसंत ने जब दो विकेट लिए तो हमें लग गया था कि लक्ष्य हासिल करना आसान नहीं होगा।
उन्होंने कहा कि ऐसे में दिनेश कार्तिक और मिथुन मन्हास ने अच्छा साथ दिया। यह पूरी टीम का प्रयास है और सभी को जीत का श्रेय जाता है। डर्क नैनेस (चार ओवर में 12 रन दो विकेट) ने बहुत अच्छी गेंदबाजी की।
गंभीर ने कहा कि यह मेरा दूसरा मैन ऑफ द मैच है और मैं इससे वाकई खुश हूं।