मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी सेवा में तीन माह की और देरी हो सकती है। इसके लागू होने के बाद मोबाइल ग्राहकों को अपना मौजूदा नंबर रखते हुए सेवा प्रदाता कंपनी बदलने की सुविधा मिल जाएगी। माना जा रहा है कि इसे लागू करने में भारी डेटाबेस को देखते हुए इसमें तीन माह की और देरी हो सकती है।
उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक, दूरसंचार विभाग की बैठक में एमएनपी को तीन माह और टालने का फैसला किया गया। अब एमएनपी सेवा के इस साल जुलाई से पहले शुरू होने की संभावना नहीं है।
सूत्रों ने कहा कि ऑपरेटरों की संख्या तथा रोजाना 12 अरब काल्स के आंकड़े को देखते हुए प्रणाली को पूरी तरह तैयार करने में अभी कुछ और समय लगेगा। यह पूछे जाने पर कि क्या जुलाई में एमएनपी सेवा शुरू हो जाएगी, के जवाब में सूत्रों ने कहा कि जल्द से जल्द भी यह सेवा इस समय तक शुरू हो सकती है।
इससे पहले सरकार ने देशभर में एमएनपी सेवा को शुरू करने की समयसीमा 31 मार्च तय की थी। संचार एवं आईटी राज्यमंत्री गुरुदास कामत ने इससे पहले राज्यसभा को सूचित किया था कि एमएनपी को 31 मार्च तक लागू नहीं किया जा सकेगा।