झारखंड-पश्चिम बंगाल सीमा पर अंतर्राज्यीय नक्सल विरोधी अभियान के तहत नक्सलियों की एक प्रशासनिक और एक सैन्य इकाई का पता चला हैं।
अभियान मंगलवार को शुरू हुआ था। इसमें केंद्रीय बलों के लगभग 4,000 जवानों ने भाग लिया, जिनमें सीआरपीएफ के विशेष कार्य बल और दोनों प्रदेशों की पुलिस के जवान भी शामिल थे।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि अभियान का मुख्य केंद्र चाईबासा के वन थे। अभियान के तहत बुधवार को सैन्य बलों को जंगलों के भीतर एक प्रशिक्षण केंद्र मिला, जहां लगभग 200 नक्सलियों के लिए पका हुआ खाना और बहुत से बर्तन भी रखे थे।
जवानों को यहां से बड़ी मात्रा में दवाइयां और नक्सली साहित्य भी मिला। यहां शिविर में जा रही पानी की एक लाइन भी मिली। सूत्रों ने बताया इलाके को देख कर पता चल रहा था कि एक भाग प्रशासनिक काम के लिए और दूसरा प्रशिक्षण के लिए उपयोग किया जाता था।
सुरक्षा बलों ने अभियान के दौरान अत्याधुनिक राइफलों, जीपीएस, सेटेलाइट फोन और हवाई सर्वेंक्षण के लिए हेलीकॉप्टरों का भी उपयोग किया।