विश्वविद्यालय ने 16 मार्च से परीक्षा प्रस्तावित कर रखी है, लेकिन कॉलेजों को न्यूमेरिकल रोल(ऐसे दस्तावेज
जिसके जरिये परीक्षार्थी की सत्यता जांची जाती है)नहीं भेजे हैं। इससे परीक्षा में दिक्कत आएगी।
उधर प्राइवेट में अधिक छात्र संख्या कॉलेजों के गले की हड्डी बनी है। इसे लेकर परीक्षा के दौरान हंगामा हो
सकता है।
शिक्षकों की हड़ताल के चलते विश्वविद्यालय ने अपनी परीक्षाएं सोलह मार्च से प्रस्तावित की हैं। परीक्षाओं की
तैयारी अधूरी है।
कॉलेजों को न्यूमेरिकल रोल नहीं भेजे गए हैं। इसी के आधार पर कॉलेज में सीटिंग प्लान तैयार होता है।