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सुविधाओं से वंचित उत्तराखंड के दो विश्व विजेता कप्तान

समुचित खेल सुविधाओं से वंचित पर्वतीय राज्य उत्तराखंड के लिए यह सुखद संयोग है कि इस राज्य ने एक साल के अंदर भारत को दो विश्वकप दिलाने वाले कप्तान दिए...

सुविधाओं से वंचित उत्तराखंड के दो विश्व विजेता कप्तान
Tue, 28 Aug 2012 02:29 PM
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समुचित खेल सुविधाओं से वंचित पर्वतीय राज्य उत्तराखंड के लिए यह सुखद संयोग है कि इस राज्य ने एक साल के अंदर भारत को दो विश्वकप दिलाने वाले कप्तान दिए हैं। भारत की वनडे विश्वकप विजेता टीम के कप्तान महेन्द्र सिंह धौनी और अंडर-19 विश्वकप जीतने वाली टीम के कप्तान उन्मुक्त चंद मूलत: इसी राज्य के हैं।
 
26 अगस्त को गत विश्व चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को उसी की धरती पर करारी शिकस्त देकर विश्व विजेता बनी भारत की अंडर-19 क्रिकेट टीम के कप्तान उन्मुक्त का पैतृक गांव पिथौरागढ़ जिले का खड़कू भल्या है जबकि गत वर्ष दो अप्रैल को भारत को विश्व खिताब दिलाने वाले टीम इंडिया के कप्तान धौनी का परिवार पड़ोसी अल्मोडा जिले के ल्वाली गांव का मूल निवासी है।
 
यह बात और है कि धौनी के पिता पान सिंह धौनी कुछ वर्ष पूर्व रोजगार के सिलसिले में सुदूर झारखंड जाकर बस गए। जाहिर है कि धौनी शुरु से ही झारखंड के खिलाड़ी के रूप में क्रिकेट खेल रहे हैं। धौनी की कप्तानी में भारत ने गत वर्ष 28 साल बाद विश्वकप जीता था।
 
उधर उन्मुक्त चंद के पिता भरत चंद ठाकुर दिल्ली में स्कूल शिक्षक हैं और उन्मुक्त ने भी उत्तराखंड के बजाए दिल्ली के खिलाड़ी के रूप में क्रिकेट करियर शुरु किया था। खेल विशेषज्ञों के अनुसार इन दोनों खिलाड़ियों की सफलता इस बात का प्रमाण है कि उत्तराखंड के नवयुवक अवसर मिलने पर किसी भी क्षेत्र में नई ऊंचाइयों तक पहुंच सकते हैं।
 
इसे विडंबना ही कहा जाएगा कि उत्तराखंड की अपनी कोई रणजी टीम नहीं है और पूरी सुविधाएं न मिल पाने के कारण यहां के प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को आसपास के राज्यों में जाकर खेलना पड़ता है। उत्तराखंड के कई खिलाड़ी दिल्ली की टीम से खेलते हैं। यदि धौनी झारखंड और उन्मुक्त दिल्ली नहीं जाते तो शायद आज उनकी कोई पहचान नहीं होती।
 
यह स्थिति केवल क्रिकेट के साथ ही नहीं बल्कि अन्य खेलों के साथ भी है। राज्य सरकार यदि खेलों के विकास के लिए कदम बढ़ाए तो निश्चित ही यहां से न केवल बेहतरीन क्रिकेटर बल्कि ओलंपिक पदक विजेता भी निकल सकते हैं। लंदन ओलंपिक में रजत पदक जीतने वाले पिस्टल निशानेबाज विजय कुमार पड़ोसी राज्य हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले के हैं।
 
उत्तराखंड सरकार को इस उत्साहवर्धक घटनाक्रम से प्रेरित होकर राज्य में खेल सुविधाओं का सृजन विस्तार करना चाहिए। राजधानी देहरादून, हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर जिले के रूद्रपुर, नैनीताल जिले के हल्द्वानी और सोरघाटी में बसे पिथौरागढ़ के आसपास अंतरराष्ट्रीय स्तर के क्रिकेट स्टेडियम बनाए जाने की अनुकूल भौगोलिक परिस्थितियां विद्यमान हैं। यह सभी राज्य के प्रमुख नगर होने और उनके आसपास भी घनी आबादी होने के कारण दर्शकों की कमी नहीं रहेगी।

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