वित्तीय गड़बड़ी के लिए FIR में तृणमूल सांसद नामजद
शारदा ग्रुप द्वारा संचालित समाचार चैनल के एक कर्मचारी ने तृणमूल सांसद कुणाल घोष के खिलाफ एक एफआईआर दर्ज कराया...
शारदा ग्रुप द्वारा संचालित समाचार चैनल के एक कर्मचारी ने तृणमूल सांसद कुणाल घोष के खिलाफ एक एफआईआर दर्ज कराया है। इस कदम से पश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस सरकार के गिर्द चिटफंड कंपनी घोटाले का रहस्य और गहरा हो गया है।
पार्क स्ट्रीट थाने में गुरुवार रात दर्ज कराई गई प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) में ग्रुप की मीडिया शाखा के सीईओ घोष और वाइस प्रेसिडेंट सोमनाथ दत्त के अलावा ग्रुप के प्रमुख सुदीप्त सेन व तीन अन्य को नामजद किया गया है। सभी पर वेतन भुगतान नहीं करने, भविष्य निधि का अंशदान और स्रेत पर आयकर कटौती जमा नहीं कराने का आरोप लगाया गया है।
दत्ता और घोष दोनों ने ग्रुप के कर्मचारी के रूप में वित्तीय अधिकार होने से इनकार किया है और मामले में घसीटने के लिए सेन को जिम्मेवार ठहराया।
तृणमूल कांग्रेस से राज्य सभा के सदस्य घोष ने कहा, ''सीईओ के रूप में मैं केवल संपादकीय जिम्मेदारी का निर्वाह कर रहा था और मेरे पास कोई वित्तीय अधिकार नहीं था। मैं एक सामान्य वेतनभोगी कर्मचारी था। मैंने कभी कंपनी के वित्तीय मामलों से संबंधित कोई फैसला नहीं लिया। पैसे से संबंधित सभी मामले सेन के अधीन थे।''
घोष ने सेन के उस दावे को भी बेबुनियाद करार दिया है जिसमें सेन ने कहा है कि घोष ने ग्रुप के एक मीडिया हाउस को औनेपौने दाम पर बेचने का दबाव बनाया था।
जालसाजी और धोखाधड़ी के आरोपों में गिरफ्तार सेन ने केंद्रीय जांच ब्यूरो को पत्र लिखकर तृणमूल कांग्रेस और कांग्रेस के कुछ नेताओं पर घोटाले को जटिल बनाने और वित्तीय दोहन व दबाव डालने का आरोप लगाया था।
दत्ता ने भी घोष की भाषा को दोहराया है।
इस बीच मीडिया हाउस के कर्मचारियों ने इसके कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया।