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डीजल आंशिक तौर पर नियंत्रण मुक्त, पेट्रोल 25 पैसे सस्ता

सरकार ने एक साल में मिलने वाले सस्ते सिलेंडर की संख्या छह से बढ़ाकर नौ कर दी, वहीं दूसरी तरफ सब्सिडी बोझ कम करने के लिये डीजल के दाम आंशिक तौर पर नियंत्रण मुक्त कर...

डीजल आंशिक तौर पर नियंत्रण मुक्त, पेट्रोल 25 पैसे सस्ता
Thu, 17 Jan 2013 10:19 PM
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सरकार ने जनता की मांग के आगे झुकते हुए एक साल में मिलने वाले सस्ते सिलेंडर की संख्या छह से बढ़ाकर नौ कर दी, वहीं दूसरी तरफ सब्सिडी बोझ कम करने के लिये डीजल के दाम आंशिक तौर पर नियंत्रण मुक्त कर दिये। इससे डीजल के दाम बढ़ने का रास्ता साफ हो गया है। इससे महंगाई दर पर भी असर पड़ सकता है।

सरकार ने थोक में डीजल का इस्तेमाल करने वाले उपभोक्ताओं को अब बाजार मूल्य पर डीजल देने का फैसला किया है। इससे उनके लिये एक ही झटके में डीजल का दाम करीब 11 रुपये बढ़ जायेगा। अन्य उपभोक्ताओं के लिये डीजल के दाम हर महीने 40 से 50 पैसे लीटर बढ़ाये जायेंगे।

प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में आज यहां हुई मंत्रिमंडल की राजनीतिक मामलों की समिति ने यह निर्णय किया। समिति के फैसले के अनुसार अब हर परिवार को एक साल में छह के बजाय नौ गैस सिलेंडर सस्ते दाम पर दिये जायेंगे। इससे अधिक जएरत होने पर बाजार मूल्य पर सिलेंडर की आपूर्ति की जायेगी।

तेल कंपनियों ने दूसरी तरफ पेट्रोल के दाम में लागत कम होने के कारण 25 पैसे लीटर कटौती करने का फैसला किया है। डीजल के दाम को आंशिक तौर पर नियंत्रणमुक्त करने के सरकार को फैसले से डीजल सब्सिडी बोझ में इस साल करीब 12,900 करोड़ रुपये की कमी आयेगी। रेलवे और राज्य परिवहन निगम जैसे डीजल के थोक खरीदारों को अब बाजार मूल्य पर डीजल खरीदना होगा।

चालू वित्त वर्ष के दौरान डीजल, रसोई गैस और मिट्टी तेल की उनकी लागत से कम दाम पर बिक्री करने से तेल कंपनियों को 1,60,000 करोड़ रुपये का नुकसान होने का अनुमान है। इसमें 59 प्रतिशत नुकसान डीजल का होगा।

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