नक्सल ऑपरेशन के लिए बिहार ने केन्द्र से मांगे 12
राजधानी में भरी मात्रा में विस्फोटकों की बरामदगी के बाद राज्य में अब नक्सलियों के घुसपैठ का खतरा भी मंडरा रहा है। आशंका है कि झारखण्ड में विधान सभा चुनाव के दौरान पुलिस ऑपरेशन से बचने के लिए नक्सली...
राजधानी में भरी मात्रा में विस्फोटकों की बरामदगी के बाद राज्य में अब नक्सलियों के घुसपैठ का खतरा भी मंडरा रहा है। आशंका है कि झारखण्ड में विधान सभा चुनाव के दौरान पुलिस ऑपरेशन से बचने के लिए नक्सली बिहार में प्रवेश कर सकते हैं।इस खतरे को भांपते हुए राज्य सरकार ने केन्द्र से 12 बटालियन केन्द्रीय अर्धसैनिक बलों की मांग की है। इनकी मदद से राज्य पुलिस झाखण्ड से सटे जिलों में नक्सलियों के खिलाफ जबरदस्त ऑपरेशन की तैयार कर रही है।मुख्यालय सूत्रों के अनुसार कैमूर, रोहतास, औरंगाबाद, गया, नवादा, जमुई और बांका में नक्सलियों के खिलाफ जबरदस्त ऑपरेशन शुरू किया जाएगा। इसके अलावा नेपाल सीमा पर भी ऑपरेशन की तैयारी है।झारखण्ड से सटे जिलों में आशंका है कि नक्सली सेल्टर के लिए इन इलाकों में घुसपैठ कर सकते हैं। ऐसे में यह भी कहा जा रहा है कि बिहार में नक्सली किसी घटना को अंजाम दे सकते हैं और उनके निशाने पर होंगे पुलिस वाले और उनके हथियार। इसको देखते हुए पुलिस ने उनके खिलाफ आफेंसिव रणनीति बनानी शुरू कर दी है।बिहार में फिलहाल केन्द्रीय अर्धसैनिक बलों की 23 कंपनियां उपलब्ध हैं। इन कंपनियों को ऑपरेशन में लगाया जाएगा। इधर राज्य पुलिस मुख्यालय के अनुसार पटना में भारी मात्रा में विस्फोटकों की बरामदगी नक्सलियों के ही थे यह बात स्पष्ट हो गयी है।नक्सल पटना को हथियारों और विस्फोटकों को रखने के लिए सेल्टर के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं और यहीं से अलग-अलग इलाकों में उन्हें जरूरत के हिसाब से पहुंचाया जा रहा है, ऐसी बातें भी सामने आ रही हैं।