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जूनियर डाक्टर फिर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर

पीएमसीएच के जूनियर डाक्टर सोमवर की आधी रात (12 बजे के बाद) अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए। जूनियर डॉक्टर बढ़ा हुआ स्टाइपेंड नहीं मिलने से नाराज हैं। उन्होंने इसी मांग को लेकर 26 से 30 अगस्त तक हड़ताल...

जूनियर डाक्टर फिर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर
Mon, 09 Nov 2009 11:13 PM
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पीएमसीएच के जूनियर डाक्टर सोमवर की आधी रात (12 बजे के बाद) अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए। जूनियर डॉक्टर बढ़ा हुआ स्टाइपेंड नहीं मिलने से नाराज हैं। उन्होंने इसी मांग को लेकर 26 से 30 अगस्त तक हड़ताल की थी। तब स्वास्थ्य मंत्री नन्द किशोर यादव ने आश्वासन दिया था कि स्टाइपेंड की राशि 13 हजार से बढ़ाकर 25 हजार कर दी जाएगी और उसका भुगतान 15 अक्टूबर तक कर दिया जाएगा। लेकिन 15 अक्टूबर की डेटलाइन भी पार हो गयी पर बढ़ा हुआ स्टाइपेंड नहीं मिला।दो नवंबर को भी इस बाबत प्राचार्य और अधीक्षक को ज्ञापन दिया गया था। इसमें कहा गया था कि एक सप्ताह तक और जूनियर डाक्टर इंतजार करेंगे। वह भी पार हो गया। जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के डा. धनंजय कहा कि अब तक स्टाइपेंड को बढ़ाने को लेकर कहीं से कोई सुगबुगाहट नहीं हुई तो उन्होंने हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है। इसके अलावा और कोई दूसरा रास्ता भी नहीं बचा है।सचिवालय का चक्कर लगाकर हमलोग थक गए हैं। अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई। हर बार सिर्फ समय मांगा जा रहा है। उन्होंने कहा कि जूनियर डाक्टर हड़ताल के दौरान इमरजेंसी, आउटडोर और इनडोर सारी सेवाएं ठप रखेंगे। कोई भी जूनियर डाक्टर किसी भी विभाग में अपनी सेवा नहीं देगा।सभावना है कि मंगलवार से दरभंगा मेडिकल कालेज अस्पताल के जूनियर डाक्टर भी हड़ताल पर चले जाएं। उनकी भी बैठक चल रही है। डा. धनंजय के अनुसार इस बार हड़ताल पर जाने से पहले प्राचार्य डा. डीडी गुप्ता और अस्पताल के अधीक्षक डा. ओपी चौधरी को सूचना दे दी गई है।अस्पताल के अधीक्षक डा. ओपी चौधरी ने भी बताया कि जूनियर डाक्टरों ने हड़ताल पर जाने की सूचना दी है। ध्यान रहे कि इससे पहले भी जूनियर डाक्टरों की हड़ताल के दौरान अस्पताल की चिकित्सा व्यवस्था चरमरा गई थी। हालांकि दावा किया गया था कि हड़ताल से निपटने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की गई है।लेकिन हड़ताल के दौरान कई मरीजों की मौत हो गई थी। अस्पताल में भर्ती मरीजों का भी पलायन शुरू हो गया था। दूसरे सरकारी अस्पताल में जाकर इलाज कराने के लिए सरकार ने पीएमसीएच के मरीजों के लिए मुफ्त में एंबुलेंस की व्यवस्था की थी।

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