झोलाछाप डाक्टरों के खिलाफ दारूल उलूम का फतवा
मुजफ्फरनगर। प्रसिद्ध इस्लामिक शैक्षणिक संस्था दारूल उलूम देवबंद ने झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ जारी फतवे में कहा है कि बिना उचित योग्यता के डॉक्टरी करना इस्लाम में हराम है। फतवे में कहा गया है कि किसी...
मुजफ्फरनगर। प्रसिद्ध इस्लामिक शैक्षणिक संस्था दारूल उलूम देवबंद ने झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ जारी फतवे में कहा है कि बिना उचित योग्यता के डॉक्टरी करना इस्लाम में हराम है। फतवे में कहा गया है कि किसी भी मुसलमान डॉक्टर द्वारा अनधिकत प्रैक्िटस करना नाजायज है।दारूल उलूम का यह नया फतवा एक डॉक्टर द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में जारी किया गया है। प्रश्नकर्ता ने पूछा था कि क्या बिना सही डिग्री या प्रमाणपत्र वाले मुस्लिम डॉक्टर को मरीजों का इलाज करना चाहिए इसके जवाब में फतवे में कहा गया है, जो भी व्यक्ित इस तरह से स्वास्थ्य उपचार के काम में लगा है उसे तुरंत यह काम छोडम् देना चाहिए क्योंकि यह गैरकानूनी ही नहीं, शरिया के भी खिलाफ है। इसमें कहा गया कि जो भी बात समाज के लिए नुकसानदेह है और लोगों के लिए ठीक नहीं है, वह इस्लाम में प्रतिबंधित है। (भाषा)