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Hindi News यूपी में बाढ से दो और मौतें, सैकडों गांव में

यूपी में बाढ से दो और मौतें, सैकडों गांव में

लखनऊ । उत्तर प्रदेश में बारिश से अब तक 18 लोगों की जान जा चुकी है। सूत्रों के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान बाढम् प्रभावित सिद्धार्थनगर तथा सीतापुर जिले में एक-एक व्यक्ित की मृत्यु होने से मृतकों की...


यूपी में बाढ से दो और मौतें, सैकडों गांव में
लाइव हिन्दुस्तान टीमSat, 22 Aug 2009 08:06 PM
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लखनऊ । उत्तर प्रदेश में बारिश से अब तक 18 लोगों की जान जा चुकी है। सूत्रों के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान बाढम् प्रभावित सिद्धार्थनगर तथा सीतापुर जिले में एक-एक व्यक्ित की मृत्यु होने से मृतकों की संख्या बढकर 18 हो गई है। केन्द्रीय जल आयोग के अनुसार घाघरा शारदा राप्ती गण्डक आदि नदियों में जलस्तर बढम्ने से प्रदेश के पूर्वी क्षेत्रों में बाढम् म्का कहर जारी है। बहराइच से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार घाघरा का जलस्तर खतरे के निशान से करीब एक मीटर उपर है। बाढम् से जिले में अब तक सात लोगों की मृत्यु हो चुकी है। गोण्डा-बरेली रेल खंड पर बिछिया मझरा रेलवे स्टेशन के बीच रेलवे लाइन पर पानी आ जाने के कारण गोकुल एक्सप्रेस को अनिश्चित काल के लिए बंद कर दिया गया है। लखनऊ-गोण्डा मार्ग पर बाढम् का पानी भरने से यातायात अवरुद्व हो गया है। श्रावस्ती के जिलाधिकारी एस.वी.एस. रंगाराव के अनुसार राप्ती का जलस्तर बढम्ने से करीब 100 गांव पानी से घिरे गए हैं। लखीमपुर खीरी जिले में लगभग 75 गांव बाढ से प्रभावित हुए हैं और राहत एवं बचाव कार्य चल रहे हैं। गोण्डा से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार नेपाल से पानी छोडेम् जाने एवं बरसाती नालों और घाघरा के उफोन से बलरामपुर तथा गोण्डा जिले के कई गांव बाढम् से प्रभावित हुए हैं। घाघरा के उफोन पर होने के कारण जिले की कर्नलगंज, तरबगंज, महसी तथा बलरामपुर तहसील के करीब 175 मजरे बाढम् के पानी से घिरे हैं। लखीमपुर खीरी के पलियाकलां में शारदा का जलस्तर खतरे के निशान से 0.30 मीटर है। बाढम् के कारण पलिया-गौरीफं टा मार्ग पर यातायात बंद हो जाने से घनगढम्ी- नेपाल का आवागमन भी बंद हो गया है। मैलानी-गोण्डा रेल लाइन पर पानी भरने के कारण रेल यातायात बंद कर दिया गया है। बाराबंकी से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार घाघरा ने विकराल रूप धारण कर लिया है। अपर जिलाधिकारी देवेन्द्र पाण्डेय के अनुसार घाघरा का जलस्तर खतरे के निशान से करीब एक मीटर उपर है। जिसके कारण करीब 100 गांव बाढम् से प्रभावित हैं। सीतापुर से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार बाढम् प्रभावित 12 से अधिक गांवों में फ सल पानी में डूब गई हैं। जिला प्रशासन द्वारा रामपुरमथुरा क्षेत्र के बाढम् राहत कैम्पों में प्रभावित लोगों को खानेपीने की वस्तुएं बांटी गई है। इस क्षेत्र में नदियों के जलस्तर में कमी आई है

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