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गर्मी हो जाएगी उड़नछू!

गर्मी के मौसम का सबसे महत्वपूर्ण सवाल, गर्मी से राहत कैसे मिले? अगर आप भी इसी सवाल से जूझ रही हैं तो इसका हल हमारे पास है। गर्मी से राहत पाने में कौन-से तरीके कारगर हो सकते हैं, बता रही हैं करुणा...

गर्मी हो जाएगी उड़नछू!
लाइव हिन्दुस्तान टीमSat, 17 May 2014 03:21 PM
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गर्मी के मौसम का सबसे महत्वपूर्ण सवाल, गर्मी से राहत कैसे मिले? अगर आप भी इसी सवाल से जूझ रही हैं तो इसका हल हमारे पास है। गर्मी से राहत पाने में कौन-से तरीके कारगर हो सकते हैं, बता रही हैं करुणा कृति


गर्मियों के मौसम में कभी-कभी इतनी ठिठुरन रहती है कि लगता है कभी गर्मी महसूस ही नहीं की.. फिर देखते ही देखते गर्मी आ जाती है। पहले पंखे से राहत मिलती है, फिर मई-जून आते-आते कूलर भी बस घूमते से लगते हैं। लगती तो यह एक परेशानी है, लेकिन असल में अपने देश के अलग-अलग मौसम का यही मजा है। गर्मी के मौसम के अनुरूप अपने शरीर को ढालने के लिए खान-पान, रहन-सहन और कपड़ों पर खास ध्यान देना पड़ता है। कुछ चीजों को अपनाकर आप अपनी जिंदगी से गर्मी को बाहर का रास्ता दिखा सकती हैं।

तरल पदार्थो को अपनाएं
गर्मी में कुछ ही देर के बाद हमारा गला सूखने लगता है। मन करता है कुछ ऐसा मिल जाए जिससे गला तर हो जाए। भले ही बाजार में कितनी भी कोल्ड ड्रिंक या सॉफ्ट ड्रिंक आ जाएं, मगर शर्बत का कोई तोड़ नहीं हो सकता। गर्मियों में खुद को ठंडा रखने के लिए जरूरी है कि शरीर में पानी की कमी न हो। डाइटीशियन मनीषा घई के मुताबिक गर्मी में तरल पदार्थ खूब पीना चाहिए, पर साथ ही उनकी गुणवत्ता पर भी ध्यान देना चाहिए। खीरा, तरबूज, खरबूज में काफी मात्र में पानी होता है। इन्हें खाएं। कुछ लजीज ड्रिंक्स आप आसानी से घर में बना सकती हैं:

नीबू का शरबत
बचपन से आपकी मां आपको नीबू का शरबत देती रही हैं, मगर कभी सोचा कि क्या यह केवल पेय पदार्थ है या इसके कुछ और भी फायदे हैं। जी हां, नीबू और  चीनी के इस घोल में ग्लूकोज की मात्र खूब होती है। इसे पीने से ताजगी आती है और शरीर में ग्लूकोज की कमी नहीं होती। छोटे बच्चाों को भी नीबू का शरबत बहुत फायदा करता है।

आम पना
कच्चा आम, पुदीना, सौंफ, जीरा, हींग और नमक को मिलाकर बनाया हुआ खट्टा पना पेट के लिए बहुत फायदेमंद है। उबले हुए कच्चे आम से बना यह पेय आप घर पर आसानी से बना सकती हैं।

मीठी लस्सी
दही से बनने वाली मीठी लस्सी पौष्टिकता से भरपूर एक स्वादिष्ट पेय है। जिन लोगों को दही पसंद  है, वे गर्मियों में भिन्न-भिन्न प्रकार की लस्सी पी सकते हैं। सादी लस्सी बनती है दही, मलाई और बर्फ से। आप इसमें अपनी पसंद से फलों के टुकड़े, शहद, केसर आदि मिला सकती हैं।

फलों का शरबत
गर्मियों में फलों के शरबत का मुकाबला और कोई पेय नहीं कर सकता। आप किसी भी फल से बढ़िया मीठा शरबत बना सकती हैं। जो लोग फल नहीं खा पाते, उनके लिए यह एक बेहतरीन विकल्प है।आप बेल, आम, अंगूर, संतरा, खरबूजा, तरबूज, चीकू जैसे फलों में चीनी और बर्फ मिलाकर शरबत बना सकती हैं।

ठंडी चीजों के बारे में कल्पना करें
विशेषज्ञों की मानें तो जैसा हम विचार करते हैं, हम महसूस भी वैसा ही करते हैं। जैसे अगर हम किसी बर्फीले क्षेत्र के बारे में पढ़ते हैं या ऐसी जगह की कोई तस्वीर देखते हैं तो हमें भी ठंडक महसूस होती है। इसलिए जितना हो सके, ठंडी चीजों के बारे में सोचें। इससे भले ही आपको शारीरिक रूप से ठंडक महसूस न हो, पर मानसिक तौर पर ठंडक  महसूस होगी और आपको अच्छा लगेगा।   

कपड़ों का अलग हो अंदाज
आपने कभी महसूस किया है कि जब गर्मी में हम काला या कोई गाढ़ा रंग पहनते हैं तो हमें ज्यादा गर्मी लगती है। यह आपकी गलतफहमी नहीं, बल्कि सच्चाई है। गाढ़े रंग के कपड़े सूरज की किरणों को आकर्षित करते हैं, वहीं हल्के रंग के कपड़े सूरज की किरणों को वापस भेज देते हैं और आंखों को आराम भी देते हैं, इसलिए हमें गर्मी से राहत मिलती है। गर्मी में हल्का पीला, गुलाबी, समुद्री हरा, आसमानी नीला और सफेद जैसे रंग पहनने चाहिए। जब फैब्रिक की बात आती है तो सूती कपड़े से बेहतर और कोई विकल्प नहीं है। इसकी बनावट की वजह से त्वचा बेहतर तरीके से सांस ले पाती है और शरीर ठंडा रहता है। सूती कपड़े पूरी तरह से प्राकृतिक होने के कारण हर तरह की एलर्जी से बचाव करते हैं, जबकि सिंथेटिक कपड़ों से एलर्जी की शिकायत हो सकती है। ऐसे कपड़े पहनें, जो ढीले होने के साथ-साथ आपके शरीर के ज्यादा से ज्यादा हिस्से को ढक सकें। जींस पहनने की बजाय ढीले सूती ट्रॉउजर्स या फिर ऐसे बॉटम पहनें, जिनकी मोहरी चौड़ी हो।

एरोमा थेरेपी भी एक उपाय
गर्मी की मार से बचने के लिए एरोमा थेरेपी एक कारगर उपाय है। शारीरिक और मानसिक रूप से शांत और बेहतर महसूस करने के लिए एरोमा थेरेपी की जाती है। इसमें गंधयुक्त तेल का उपयोग करते हैं, जो कुछ विशेष फूलों, पत्तियों, जड़ों और पौधों के दूसरे भागों से निकाला जाता है। एरोमा थेरेपी के लिए एक खाली स्प्रे की बोतल, छह बूंद पेपरमिंट का तेल और एक बूंद नीबू का तेल लें। इसमें पानी मिला लें और स्प्रे बोतल में डालकर अच्छी तरह हिलाएं। इच्छानुसार इस्तेमाल करें। नीबू का गंधयुक्त तेल धूप में जाने से पहले इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। पेपरमिंट का तेल गर्भवती महिलाओं, बच्चे के लिए सही नहीं होता। तेल की मात्र को इच्छानुसार बढ़ाया या घटाया भी जा सकता है।
इन्हें भी अपनाएं

चेहरे को कच्चे ठंडे दूध से धोने से सनबर्न और टैनिंग की समस्या से काफी हद तक निजात पायी जा सकती है। अगर आपको काफी देर तक धूप में रहना पड़ता है तो एसपीएफ वाला ही हेयरस्प्रे लगाएं और हैट पहनें। त्वचा को डीहाइड्रेशन से बचाने के लिए कैफीन वाले पेय पदार्थ का इस्तेमाल न करें। शराब आदि बहुत जल्दी हमें डीहाइड्रेशन का शिकार बना देते हैं।


बाहर से घर में आते ही गुनगुने पानी के टब में पिपरमिंट डालें और कुछ देर तक पैर को पानी में डाल कर रखें। इससे थकान, तनाव और पैर की दरुगध से निजात मिलेगी।


तरबूज के छिलके को फ्रिज में जमा कर के रखें और बाहर से घर में आते ही उन छिलकों से अपनी त्वचा को रगड़ें। ऐसा करने से हमारी त्वचा हाइड्रेटेड रहेगी और त्वचा पर पड़ी धूप का बुरा असर
दूर होगा। इस मौसम में हीट स्ट्रोक, फूड पॉयजनिंग, एलर्जी, डीहाइड्रेशन की समस्या आम होती है।  ऐसे में इनके लक्षण की जानकारी आपको पहले से होनी चाहिए। जब भी ऐसा महसूस हो कि आप हीट स्ट्रोक की शिकार हो गई  हैं, तुरंत किसी छायादार जगह में जाएं और पंखे के नीचे कुछ देर बैठें। नीबू वाला या फिर नमक-चीनी वाला पानी पिएं। धूप के कारण गायब हुई ऊर्जा तुरंत वापस आ जाएगी।

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