रांची में खुलेगा कृषि जैव प्रौद्योगिकी संस्थान
रांची। हिन्दुस्तान ब्यूरो। रेल बजट के ठीक उलट आम बजट में इस बार झारखंड को केंद्र सरकार ने खासा महत्व दिया है। हरित क्रांति के तहत रांची में कृषि अनुसंधान के लिए इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एग्रीकल्चरल...
रांची। हिन्दुस्तान ब्यूरो। रेल बजट के ठीक उलट आम बजट में इस बार झारखंड को केंद्र सरकार ने खासा महत्व दिया है। हरित क्रांति के तहत रांची में कृषि अनुसंधान के लिए इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एग्रीकल्चरल बायोटेक्नोलॉजी (कृषि जैव प्रौद्योगिकी संस्थान) की स्थापना की जाएगी।
नामकुम में होगी स्थापनाः रांची में भारतीय कृषि जैव प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइएबी) की स्थापना डीम्ड विश्वविद्यालय के तहत होगी।
इसके लिए नामकुम ब्लॉक में 120 एकड़ भूमि चहि्न्ति की गई है। इस पर 287.50 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। इसमें पांच सेंटर होंगे। जिसमें जेनोमिक्स, बॉयोइन्फॉरमेटिक्स, जेनेटिक इंजीनियरिंग, नैनो बॉयोटेक्नोलॉजी आदि की पढ़ाई होगी। मार्च के अंत तक शिलान्यासआइआइएनआरजी के निदेशक डॉ. रमानी इस प्रोजेक्ट के विशेष अधिकारी हैं। रमानी ने कहा कि आइआइएबी की योजना को 12वीं पंचवर्षीय योजना के तहत लिया जा रहा है। स्थापना के लिए कागजी कार्रवाई लगभग पूरी हो गई है। केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार द्वारा मार्च के अंत तक इसका शिलान्यास किए जाने की उम्मीद है।
हरित क्रांति के तहत 1000 करोड़केंद्र ने असम, बिहार, छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिम्शा, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल का 2010-11 में हरित क्रांति के लिए चयन किया था। इसे आगे बढ़ाते हुए 2013-14 के बजट में 1000 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। बजट में झारखंड में आइआइएबी के अलावा छत्तीसगढ़ के रायपुर में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ बॉयोटिक स्ट्रेस मैनेजमेंट की स्थापना की घोषणा की गई है।