फोटो गैलरी

Hindi Newsघर में लाएं सकारात्मक ऊर्जा

घर में लाएं सकारात्मक ऊर्जा

लक्ष्मी माता के स्वागत की तैयारी नवरात्रों से ही शुरू हो जाती हैं। देवी पूजा के दिनों में घर को साफ करना ही काफी नहीं होता, घर को सकारात्मक तरंगों से परिपूर्ण करना भी जरूरी है। घर में कैसे करें देवी...

घर में लाएं सकारात्मक ऊर्जा
लाइव हिन्दुस्तान टीमThu, 11 Oct 2012 12:56 PM
ऐप पर पढ़ें

लक्ष्मी माता के स्वागत की तैयारी नवरात्रों से ही शुरू हो जाती हैं। देवी पूजा के दिनों में घर को साफ करना ही काफी नहीं होता, घर को सकारात्मक तरंगों से परिपूर्ण करना भी जरूरी है। घर में कैसे करें देवी का स्वागत, बता रही हैं मदृला भारद्वाज

नवरात्रों से ही बाजार की रौनक बढ़ना शुरू हो जाती है। सजावट के सामानों से बाजार सजने लगते हैं। श्राद्ध के दिनों में चहल-पहल में जो कमी आती है, वह दोगुने उछाल के साथ फिर लौटने लगती है। घरों में साफ-सफाई का काम जोर पकड़ने लगता है। नवरात्रों में सफाई का आशय केवल सजावट करना नहीं होता, बल्कि घर के कोने-कोने को आनंदित करने वाली ऊर्जा से भर देना होता है।

अच्छे से करें घर की साफ-सफाई
रोजमर्रा में घर की ठीक ढंग से सफाई न हो पाने के कारण कई जगह धूल-मिट्टी और जाले लग जाते हैं, जिससे घर गंदा लगता है और नकारात्मक ऊर्जा घर में प्रवेश करती है। अत: घर में पूजा का स्थान तय करने से पहले दीवारों व घर के कोनों को साफ कर लें।

घर में बेकार, टूटा-फूटा या जंग लगा सामान भी इकट्ठा न होने दें। जिस सामान को आपने कई सालों से इस्तेमाल नहीं किया है, वह आप आगे भी नहीं करेंगी। अत: अनावश्यक वस्तुओं को जमा करने की जगह उन्हें घर से बाहर कर दें या किसी जरूरतमंद को दे दें।

परदे, कुशन, सोफे आदि के कवरों को अच्छी तरह से धोकर साफ करें।

रसोई हमारे घर का वह अहम हिस्सा है, जिस पर पूरे परिवार का स्वास्थ्य निर्भर करता है, इसलिए किचन का हाइजीनिक होना बहुत जरूरी है। नवरात्रों के दौरान तो भोजन की शुद्धि का खास ध्यान रखना होता है, अत: रसोई के कोनों से लेकर बर्तन स्टैंड तक साफ कर लें।

पूरे घर की सफाई करते समय अक्सर हम पंखों और ट्यूबलाइट पर जमी धूल-मिट्टी को साफ करना भूल जाते हैं। खासतौर पर कूलर में जमा हुआ पानी निकालकर साफ कर लें। इससे उनमें मच्छर व धूल जमने की आशंका कम हो जाएगी। 

साफ-सफाई के बाद घर में अच्छा रूम फ्रेशनर छिड़कें। सुगंधित अगरबत्ती व कपूर घर में आध्यात्मिक तरंगों का संचार करते हैं।

नई सजावट से संवारें अपना घर
वास्तुशास्त्री और ज्योतिषशास्त्री विजेंद्र का कहना है, ‘नवरात्रों के दिनों से ऋतु परिवर्तन आरंभ हो जाता है। सूरज दक्षिणायन होने लगता है, जो शरद ऋतु के आगमन का संदेश होता है। ऐसे में घर में एक नई तरह की ऊर्जा का प्रवाह होने लगता है। सकारात्मक ऊर्जा व तरंगों से परिपूर्ण घर में वास हर किसी को अच्छा लगता है, साथ ही यह समृद्धि की निशानी भी है।’

नए रंगों से घर को पेंट करवायें।
घर में कहीं भी जाले न रहने दें। माना जाता है कि इससे घर से संपन्नता दूर भागती है।
घर की छत व बालकनी में किसी तरह की गंदगी न रहने दें। आपके घर की छत आपके मस्तक के समान होती है, जिसमें कोई भी दाग आपके जीवन में नकारात्मकता ला सकता है। 
आजकल बाजार में कई तरह की खूबसूरत सजावट के लिए लाइट्स मिलती हैं, जिनकी मदद से आप अपने घर व मंदिर को जगमगा सकती हैं। मंदिर में हर समय रोशनी देने वाले बल्ब लगा सकती हैं। 
पूजा घर कभी भी बेडरूम में न बनाएं। यदि ऐसा है तो खासतौर पर नवरात्र के दिनों में यह व्यवस्था बदलने का प्रयास करें।
पूजा करते वक्त ध्यान रखें कि आपका मुख पूर्व या उत्तर दिशा की ओर हो। पूजा के लिए यह दिशाएं शुभ मानी जाती हैं।
नवरात्रों के दिनों में घर में हल्के चमकदार व शोख रंगों का इस्तेमाल करें, जैसे लाल, संतरी, गुलाबी, हरा, पीला आदि। काला, सलेटी, गहरा नीला आदि रंगों के प्रयोग से बचें। ये रंग नकारात्मक ऊर्जा का संचार करते हैं।
घर के दरवाजों को बंदनवार या आम के पत्तों से सजाएं। इससे घर में सकारात्मक अच्छी ऊर्जा के साथ-साथ धन-धान्य में भी बरकत होती है।
नवरात्रों में घर में कलश स्थापना करें। ये न केवल पूजा का हिस्सा होता है, बल्कि इसके कई आध्यात्मिक महत्व भी हैं।
घर को ताजे और लाल फूलों से सजाएं।
पूजा घर में प्रतिदिन माला बदलें।
रोजाना हवन के दौरान गूगल का इस्तेमाल करें। इससे सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है।
हरे रंग के पेड़-पौधों को उत्तर दिशा में रखें।
प्रवेशद्वार को खूबसूरत रंगोली से सजाएं। 
एक बड़े थाल या बाउल में पानी डालकर फूलों की पंखुड़ियां डालकर रखें। घर पूरे दिन महकेगा।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें