बब्बर खालसा के आतंकवादी हवारा ने अपराध कबूला
बब्बर खालसा इंटरनेशनल के आतंकवादी जगतार सिंह हवारा ने अपने चार अन्य साथियों के साथ 2005 में सत्यम और लिबर्टी सिनेमा घर में दोहरे बम विस्फोट की घटना में दिल्ली की अदालत में अपना अपराध कबूल कर...
बब्बर खालसा इंटरनेशनल के आतंकवादी जगतार सिंह हवारा ने अपने चार अन्य साथियों के साथ 2005 में यहां सत्यम और लिबर्टी सिनेमा घर में दोहरे बम विस्फोट की घटना में दिल्ली की अदालत में अपना अपराध कबूल कर लिया।
अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश राकेश सिद्धार्थ ने अपने आदेश में कहा कि हवारा और उसके चार साथियों ने अपना अपराध कबूल कर लिया है। इसलिए उन्हें जेल में बिताई गई अवधि की सजा सुनाई जाती है। जगतार सिंह हवारा पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह का भी हत्यारा है।
अदालत ने हवाड़ा के साथ जिन अन्य लोगों को सजा सुनाई गई उनमें बब्बर खालसा इंटरनेशनल के सदस्य बलविंदर सिंह, जसपाल सिंह, विकास सहगल और जगन्नाथ यादव शामिल हैं। हवाड़ा को छोड़कर अन्य चारों अभियुक्त पहले ही सात साल से अधिक वक्त जेल में बिता चुके हैं। अदालत ने कहा कि इन चारों को रिहा कर दिया जाए।
जगतार सिंह हवारा पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह हत्याकांड में उम्रकैद की सजा काट रहा है। चूंकि वह एक अन्य मामले में भी मुकदमे का सामना कर रहा है। इसलिए वह रिहा नहीं हो सकता है। दोहरे विस्फोट कांड में हवारा पर सिर्फ जसपाल और विकास को पनाह देने का आरोप है। ये दोनों इस विस्फोट को अंजाम देने में शामिल थे।
अदालत ने इन सभी लोगों पर 25-25 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है। बलविंदर, जसपाल, विकास और जगन्नाथ को देश के खिलाफ अपराध करने, हत्या करने और नरसंहार करने के मामले में दोषी ठहराया गया। इन पांचों को गैर कानूनी गतिविधि निवारण अधिनियम के तहत भी दोषी ठहराया गया। विवादास्पद हिंदी फिल्म जो बोले सो निहाल की स्क्रीनिंग के दौरान 22 मई 2005 को ये विस्फोट हुए थे जिनमें 60 लोग घायल हो गए थे।