आनंद ने कहा, बहुत राहत महसूस कर रहा हूं
लगातार चौथी और कुल पांचवीं बार विश्व शतरंज चैंपियन बनने के बाद विश्वनाथन आनंद ने कहा कि उन्होंने किसी भी समय खुद को खिताब का प्रबल दावेदार नहीं माना था और बेहद सक्षम बोरिस गेलफेंड के खिलाफ टाईब्रेकर...
लगातार चौथी और कुल पांचवीं बार विश्व शतरंज चैंपियन बनने के बाद विश्वनाथन आनंद ने कहा कि उन्होंने किसी भी समय खुद को खिताब का प्रबल दावेदार नहीं माना था और बेहद सक्षम बोरिस गेलफेंड के खिलाफ टाईब्रेकर में जीत दर्ज करके वह बहुत राहत महसूस कर रहे हैं।
भारतीय स्टार ने टाईब्रेकर में गेलफेंड को 2.5-1.5 से पराजित करके खिताब जीता। इससे पहले 12 क्लासिकल बाजियों के बाद दोनों खिलाड़ी 6-6 से बराबरी पर थे। आनंद ने संवाददाताओं से कहा कि मैं बहुत राहत महसूस कर रहा हूं क्योंकि यह मैच किसी के भी पक्ष में जा सकता था। मैं वास्तव में तनाव में था। जब मैं सुबह उठा तो मैं जानता था कि अब किसी एक की जीत होगी लेकिन किस की होगी मैं नहीं जानता था। दोनों तब बराबरी पर थे और कोई भी जीत सकता था।
उन्होंने कहा कि मैंने कभी खुद को खिताब का प्रबल दावेदार नहीं माना था। मैंने 2009 के बाद से ही इसके बारे में सोचना शुरू कर दिया था लेकिन तब मुझे पता नहीं था कि मेरा मुकाबला बोरिस से होगा। मैं काफी लंबे समय से बोरिस को जानता हूं और जिस तरह से वह क्वालीफाईंग दौर में कड़ी परीक्षा से गुजरे थे उससे उनका मनोबल बढ़ा हुआ था।
आनंद ने हालांकि स्वीकार किया कि पहली छह बाजी ड्रा छूटने के बाद जब सातवीं बाजी में गेलफेंड ने उन्हें हरा दिया वह उनके लिए करारा झटका था। उन्होंने उस दिन को खुद के लिए काला दिवस बताया।