न होने दें पानी की कमी
मौसम विभाग कहता है कि आज और कल आपके ऊपर बादल की छतरी रह सकती है, लेकिन उसके बाद आपको धूप का सामना करना...
मौसम विभाग कहता है कि आज और कल आपके ऊपर बादल की छतरी रह सकती है, लेकिन उसके बाद आपको धूप का सामना करना पड़ेगा। ऐसे में डीहाइड्रेशन की समस्या आपको परेशान कर सकती है। इस मौसम में क्या सावधानी बरतें, बता रहे हैं सर गंगाराम अस्पताल के मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष डॉ. एस. पी. ब्योत्रा
आजकल मौसम कभी भी करवट बदल सकता है। हफ्ते में एक-दो दिन मौसम ठंडा रह सकता है, लेकिन उसके बाद गर्मी की मार पड़ेगी। बारिश हो जाएगी तो धूल-मिट्टी जम जाने से उन लोगों को थोड़ी राहत मिलती है, जिन्हें सांस की परेशानियां हैं। लेकिन इस मौसम में मलेरिया, टायफॉयड, फूड पॉइजनिंग, पीलिया जैसी कई समस्या सामने आती हैं।
मौसम की मार से बचने के लिए घर के आसपास मच्छरों को न पनपने दें। बाहर सड़क किनारे बिकने वाले कटे हुए फल न खाएं। घर से बाहर खाना खाने से बचें, ताकि फूड पॉइजनिंग की आशंका न रहे। दफ्तर जाएं तो खाना साथ ले जाएं।
बाहर खाना खाने की जरूरत है तो ऐसे फल बेहतर बिकल्प हैं जिन्हें आप धोकर खा सकें। सेब, अंगूर, पपीता, केले आदि फायदेमंद और सुरक्षित हैं।
बारिश या बूंदा-बांदी खत्म होते ही तेज धूप परेशान करने लगती है। आप बार-बार पानी पीना चाहते हैं, लेकिन पानी पीने में लापरवाही से आप टाइफाइड जैसी बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं। घर के बाहर सड़क किनारे ग्लास में बिकने वाला पानी न पिएं। इस मौसम में पानी को उबालकर ही पिएं। पानी को उबालने के बाद उसे ठंडाकर फ्रिज में रख लें। यही पानी पिएं और घर से बाहर भी जाएं तो साथ ले जाएं।
गर्मी बढ़ेगी तो बार-बार प्यास भी लगेगी। शरीर को पर्याप्त पानी नहीं मिलेगा तो डीहाइड्रेशन की चपेट में आ सकते हैं। उल्टी हो सकती है, दस्त परेशान कर सकता है, मुंह सूख सकता है, खड़े होने पर चक्कर आ सकते हैं। ऐसे में तत्काल ध्यान देने की जरूरत है। एक ग्लास पानी में दो चम्मच चीनी, आधा चम्मच नमक और आधा नींबू का रस डालकर उसे मिलाकर पिएं। रोज कम से कम 6-7 ग्लास पानी पिएं। अगर जरूरत समझों तो डॉक्टर के पास जाने से न हिचकें।
धूप में बाहर जाएं तो छतरी का इस्तेमाल करें। इससे आप धूप से तो बचेंगे ही, धूल-कण से भी खुद को बचा सकेंगे जो इस मौसम में कभी-कभी चलने वाली तेज हवा के साथ उड़ते हैं।